अकबरपुर डिपो के 53 बसों का संचालन किये जाने का दावा हुआ खोखला साबित
अंबेडकरनगर। अंबेडकरनगर में परिवहन विभाग यात्रियों की सहूलियत के लिए अतिरिक्त बसों के चलाने का दावा करता रहा, लेकिन शुक्रवार को बस स्टेशनों पर यात्रियों के भीड़ देख दावे की हवा निकल गई। 600 किमी की दूरी तय करके परिवार के साथ होली मनाने पहुंचे लोग कई घंटे तक बसों के इंतजार में इधर-उधर भटकते रहे। सैकड़ों की संख्या में लोग घर जाने को वाहनों का इंतजार करते दिखे। लंबे रूट पर तो स्थिति कुछ ठीक रही, लेकिन लोकल रूट के यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
अकबरपुर बस स्टेशन, पटेल नगर, पुरानी तहसील तिराहे पर लोग अपने घरों को जाने के लिए बस का इंतजार करते दिखाई दिए। काफी जद्दोजहद के बीच किसी ने लिफ्ट ली तो किसी ने प्राइवेट सवारी को अपना साधन बनाया। इसकी वजह से जहां वह एक घंटे में पहुंचते वहां 5 घंटे तक लग गए। परिवहन विभाग की खामियों के चलते दिल्ली, पंजाब और मुंबई से किसी तरह लोग ट्रेन से रेलवे स्टेशन तो पहुंच गए, लेकिन वहां से जहागीरगंज, टांडा, जलालपुर, दोस्तपुर और महरुआ जाने के लिए लोग बसों एवं अन्य सवारी गाड़ी का इंतजार करते दिखे।
दिनभर लोग बसों के लिए इधर-उधर भटकते रहे। बस स्टेशन पर टांडा जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे विकास ने बताया, वह होली मनाने का लिए दिल्ली से आ रहे हैं। ट्रेन से किसी तरह अकबरपुर तक तो चले आए, लेकिन अब यहां से घर जाने के लिए कोई साधन नहीं मिल रहा है। कई घंटों से इंतजार कर रहे हैं।
जहांगीर जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे मंगल ने बताया, वह दिल्ली से आ रहे हैं। ट्रेन से यहां तक तो सुबह पहुंच गए, लेकिन अब यहां से जाने के लिए कोई बस नहीं मिल रही है। वहीं परिवहन विभाग का दावा है कि डिपो में 56 बसें हैं, जिसमें से 53 बसों को सड़कों पर दौड़ाया जा रहा है। इसके चलते यात्रियों को दिक्कत न हो। हालांकि ये बसें भी होली में यात्रियों का रास्ता सुगम नहीं कर सकीं, जिसके चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।