जानकारी होते ही सीओ आलापुर जगदीशलाल टमटा जांच करने थाने पहुंच गए। हालांकि घटना के 48 घंटे बाद भी फायरिंग करने के आरोपी सिपाही पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी। सिपाही को बचाने की कोशिश में ही पूरा पुलिस महकमा जुटा हुआ है। रविवार को थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार मिश्र से इस बारे में जानकारी चाही गई, तो उन्होंने फिर घटना की जानकारी होने से इनकार कर दिया।
सवाल के जवाब में बोले कि सीओ का तो काम ही थाने पर आने का होता है। हालांकि उनके इस बड़बोलेपन का कोई जवाब नहीं था कि थाने में कोई घटना नहीं हुई, तो थाने के ही एक सिपाही का कथित ऑडियो कैसे वायरल हो रहा, जिसमें उसके द्वारा थाने में फायरिंग की बात स्वीकार की जा रही है। थाना प्रभारी ने आगे कहा कि होली में नशे का माहौल होता है। इसमें किसने क्या कहा और क्या किया, यह जल्दी पता नहीं चल पाता। उनसे पूछा गया कि क्या पुलिसकर्मी नशे में थे, तो वे इस पर वे गोलमोल जवाब देने लगे। थाना प्रभारी ने यह जरूर कहा कि थाने में फायरिंग को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।