डीपीओ मिश्र ने बताया कि, पोषण पखवारा के प्रथम सप्ताह में बालक/बालिका की पहचान की जायेगी ं। बच्चों के जन्मतिथि के अनुसार, (0 से 6 वर्ष के बच्चो की) लंबाई और ऊँचाई का माप करके स्वस्थ बालक की पहचान की जायेगी। दूसरे सप्ताह में लैंगिक संवेदनशीलता , जल प्रबंधन, एनीमिया प्रबंधन व रोक थाम तथा जनजातीय क्षेत्रों में महिलाओं व बच्चों के लिये पांरपरिक भोजन को बढ़ावा दिया जायेगा, इसके लिये जन जागरुकता संबंधी सभी गतिविधियां होती रहेंगीं। डी0के0 मिश्रा के अनुसार, इन समस्त गतिविधियों को भारत सरकार द्वारा विकसित पोर्टल डब्ल्यू डब्लयू डब्लयू डॉट पोषण अभियान डॉट जीओवी डॉट इन पर दैनिक रुप से अपलोड किया जाना है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने समस्त सीडीपीओ को यह निर्देश दिया की पोषण पखवाड़े का कैलेंडर जारी किया गया है। उसी के अनुसार 4 अप्रैल तक आपको विभिन्न विभागों के सहयोग से गतिविधि आयोजित करनी है और प्रत्येक दिन में प्रत्येक गतिविधि और उसमें शामिल होने वाले लाभार्थियों को पोषण साइड पर फीड करना है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और हर हाल में हमें जिले के अति कुपोषित बच्चों, अल्प कुपोषित बच्चों तक पहुंचना है और तत्पश्चात इनके स्वास्थ्य एवं पोषण के सुधार हेतु कार्यवाही भी संपादित करनी है।
डीपीओ दिनेश कुमार मिश्र ने बताया कि यह पखवारा निदेशक राज्य पोषण मिशन उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में एंव जिलाधिकारी के निर्देश पर शुरु किया जा रहा है।