- सत्यम सिंह
अंबेडकरनगर। पिछले दो साल कोरोना के प्रकोप के कारण होली का त्योहार ठीक ढंग से नहीं मनाया गया था लेकिन इस वर्ष होली पर अच्छी खासी धूम नजर आई। रंगों का महापर्व होली का त्यौहार जनपद में शु्क्रवार को हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। अबीर, गुलाल व रंगों के फुहार व उमंग से पूरा जनपद सराबोर रहा। रंग-गुलाल लगाकर लोग एक -दूसरे से गले मिले, जगह-जगह ढोल मजीरे के साथ फाग गीत हुए, टोलियां भी निकलीं। बच्चों, महिलाओं के साथ बड़े-बुजुर्गों ने भी पर्व का भरपूर आनंद उठाया।
होली के अवसर पर होलिका दहन के बाद से अबीर-गुलाल उड़ते ही होली की मस्ती में डूब गए। होली आई रे आई .., भक्त प्रहलाद व नृरसिह भगवान के जयघोष से वातावरण गूंजता रहा। प्रात:काल से ही जगह-जगह रंग की बौछारें शुरू हो गई। छोटे, बड़े, नौजवान, बुजुर्ग सभी पर रंगों की मस्ती छाई रही। त्यौहार की गुदगुदाहट का असर जगह-जगह सड़क, बाजार व गलियों में परवान पर रहा। राह चलते लोगों पर फागुनी रंगों की बौछारें, हंसी, ठिठोली, प्यार, उमंग, मौज मस्ती का उल्लास चारों ओर छाया रहा। जनपद के कस्बे में सतरंगी माहौल में अधिकांश लोग इस अवसर पर लोक-लज्जा और पद की गरिमा को भूल कर मस्ती में नाचते गाते रहे। एक दूसरे को रंग-अबीर व गुलाल लगाकर गले मिल शुभकामनाएं दी।
ग्रामीण क्षेत्रों में रंग के बौछार के साथ कीचड़ भी चले। इसके साथ ठंडई भी खूब चली। इस सब के साथ जीवन में नए संजोकर एक दूसरे के भावनाओं का कद्र कर आदर्श प्रस्तुत करने वालों की कमी नहीं रहीं। गांवों में शाम के वक्त फगुआ गीतों का आयोजन किया गया।ग्रामीण क्षेत्रों में रंग के बौछार के साथ कुछ स्थानों पर कीचड़ भी चले। इसके साथ ठंडई भी खूब चली। इस सब के साथ जीवन में नए संजोकर एक दूसरे के भावनाओं का कद्र कर आदर्श प्रस्तुत करने वालों की कमी नहीं रहीं। गांवों में शाम के वक्त फगुआ गीतों का आयोजन किया गया।
सुरक्षा के दृष्टिगत और कहीं किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो शांतपूर्ण ढंग से त्योहार मनें, इसके लिये, पुलिस विभाग पुरी तरह से मुस्तैद रहा, होली और शबे बारात पर कहीं भी किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।