सांसद रितेश पांडे ने ग्रहण की भाजपा की सदस्‍यता

सांसद रितेश पांडे ने ग्रहण की भाजपा की सदस्‍यता

 


लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में मायावती की बहुजन समाज पार्टी को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है।अंबेडकर नगर लोकसभा सीट से बसपा सांसद रितेश पांडेय ने रविवार को भाजपा का दामन थाम लिया है।भाजपा में शामिल होने के बाद रितेश पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रभावित होने की बात कही है।


लंबे से समय से चली आ रही अटकलों के बीच बसपा सांसद ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।सांसद रितेश पांडे ने बसपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के कुछ ही घंटों बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस्तीफे के बाद उन्होंने बसपा पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। बता दें रितेश पांडे उन 9 सांसदों में शामिल थे, जिन्होंने संसद के बजट सत्र के दौरान संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लंच किया था।


मायावती को लिखा पत्र


सांसद रितेश पांडे ने मायावती के नाम एक्स पर पोस्ट कर कहा- ' सार्वजनिक जीवन में बसपा के माध्यम से जब से मैंने प्रवेश किया, आपका मार्गदर्शन मिला, पार्टी पदाधिकारियों का सहयोग मिला तथा पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं ने मुझे हर कदम पर अंगुली पकड़कर राजनीति एवं समाज के गलियारे में चलना सिखाया। पार्टी ने मुझे उत्तर प्रदेश विधानसभा और लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्रदान किया, पार्टी ने मुझे लोकसभा में संसदीय दल के नेता रूप में कार्य का अवसर भी दिया।'


सांसद ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा- 'लंबे समय से मुझे न तो पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा है और न ही नेतृत्व के स्तर पर संवाद किया जा रहा है। मैंने आपसे तथा शीर्ष पदाधिकारियों से संपर्क के लिए, भेंट के लिए अनगिनत प्रयास किये, लेकिन उनका कोई परिणाम नहीं निकला। इस अंतराल में में अपने क्षेत्र में एवं अन्यत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से निरंतर मिलता-जुलता रहा तथा क्षेत्र के कार्यों में जुटा रहा।


'त्यागपत्र देने के अलावा नहीं है कोई विकल्प'


उन्होंने आगे कहा कि इस अंतराल में में अपने क्षेत्र में एवं अन्यत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से निरंतर मिलता-जुलता रहा तथा क्षेत्र के कार्यों में जुटा रहा।ऐसे में इस निष्कर्ष पर पहुँचा हूँ कि पार्टी को मेरी सेवा और उपस्थिति की अब आवश्यकता नहीं रही।इसलिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने के अलावा मेरे समक्ष कोई विकल्प नहीं है।पार्टी से नाता तोड़ने का यह निर्णय भावनात्मक रूप से एक कठिन निर्णय है। मैं इस पत्र के माध्यम से बहुजन समाज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देता हूँ।आपसे आग्रह है कि मेरे इस त्यागपत्र को अविलंब स्वीकार किया जाए।



यूरोपियन स्कूल लंदन से अन्‍तर्राष्‍ट्रीय व्‍यापार प्रबंधन में स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले 42 वर्षीय रितेश पांडेय राजनीतिक परिवार से आते हैं।उनके पिता राकेश पांडेय उत्‍तर प्रदेश विधानसभा के 2022 के चुनाव में अंबेडकरनगर जिले के जलालपुर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुने गये। इसके पहले राकेश पांडेय 2009 से 2014 तक अंबेडकर नगर के सांसद रहे थे।


मंत्री को हरा कर जीता चुनाव


रितेश पांडेय 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उस समय राज्‍य सरकार में मंत्री रहे मुकुट बिहारी वर्मा को पराजित किया था।इसके पहले रितेश पांडेय 2017 के विधानसभा चुनाव में जलालपुर से ही बसपा के विधायक चुने गये थे।बसपा प्रमुख ने रितेश पांडेय को लोकसभा संसदीय दल का नेता बनाया था ।


हो सकते हैं उम्मीदवार


यह माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा रितेश पांडेय को पार्टी का उम्मीदवार बना सकती है।हालांकि पार्टी की परंपरा के अनुसार इस बारे में अंतिम फैसला भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में ही किया जाएगा।सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में कई विपक्षी नेता, जिनमें कुछ सांसद भी हैं, भाजपा में शामिल हो सकते हैं।


आपको याद दिला दें कि इसी महीने संसद के बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन की कैंटीन में विभिन्न राजनीतिक दलों के जिन आठ सांसदों के साथ लंच किया था, उसमें रितेश पांडेय भी शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय मंत्री एल.मुरुगन,आरएसपी सांसद एनके प्रेमचंद्रन, बीजेडी सांसद डॉ. सस्मित पात्रा, टीडीपी सांसद राम मोहन नायडू, बसपा सांसद रितेश पांडेय के साथ-साथ भाजपा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल, एस फांगनॉन कोन्याक एवं हिना गावित के साथ लंच किया था।


इसके अलावा विधानसभा चुनाव के बाद रितेश पांडे की अखिलेश यादव के साथ तस्वीर वायरल हुई थी। इस तस्वीर में अखिलेश यादव के साथ बसपा सांसद मुस्कुराते हुए नजर आ रहे थे।इसके बाद उनके सपा में जाने की अटकलें काफी चली थीं।


राज्यसभा चुनाव में बेटे के सहारे पिता को साधेगी बीजेपी


राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के लिए बीजेपी को वोट की जरूरत है। बसपा छोड़कर बीजेपी में आए सांसद रितेश पांडे के पिता राकेश पांडेय सपा से जलालपुर से विधायक है। ऐसे में राज्यसभा चुनाव में सपा विधायक राकेश पांडेय के वोट को बीजेपी अपने पाले में लाने की कोशिश करेगी। सूत्रों की माने तो रितेश पांडेय के बीजेपी में शामिल होने के बाद बीजेपी राकेश पांडेय पर राज्यसभा में बीजेपी वोटिंग के लिए दबाव बनाएगी। उनके सपा से इस्तीफे के लिए भी कहेगी। ऐसे में अब बेटे के बाद पिता को भी बीजेपी अपने पाले में लाने की कोशिश करेगी।


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