भारतीय जनता पार्टी ने सांसद रितेश पाण्डेय को अम्बेडकरनगर लोकसभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट 195 सीटों की जारी की जिसमें यूपी की 51 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किया है।उसमें अम्बेडकरनगर लोकसभा सीट भी शामिल है। जहां से पार्टी ने सांसद रितेश पाण्डेय को अपना प्रत्याशी घोषित किया । सांसद रितेश पाण्डेय अभी कुछ दिनों पूर्व ही बीएसपी की सदस्यता छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली थी।
जिले में खास तौर पर 55-अंबेडकरनगर लोस क्षेत्र में "अबकी बार 400 पार, फिर एक बार मोदी सरकार" नारा लिखा हुआ (बैनर) फ्लेक्स बोर्ड, होर्डिंग चर्चा और लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस बैनर (फ्लेक्स बोर्ड) में पीएम मोदी, सीएम योगी की फोटो के साथ सांसद रितेश पांडेय की फोटो छपी है। रितेश पांडेय के समर्थकों में व्यापक खुशी व्याप्त है।
बसपा ने लोकसभा चुनाव 2019 में रितेश को पार्टी प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में रितेश पांडेय को पांच लाख 64 हजार 118 मत मिले थे। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी मुकुट बिहारी (पैराशूट कैंडिडेट) को 95 हजार से अधिक मतों से हराया था। 2019 के आम चुनाव में बीजेपी की जबरदस्त लहर थी। बावजूद इसके रितेश पाण्डेय अम्बेडकरनगर लोकसभा चुनाव जीत दर्ज किया और देश की सर्वोच्च पंचायत में पहुँच गए।
आम चुनाव 2024 आसन्न है। कभी भी चुनाव की दुंदभी बज सकती है । अब एक बार फिर वह चुनावी मैदान में है। फर्क इतना है कि इस बार सिंबल बदल गया हैं। इस बार ये हाथी के बजाय कमल के सहारे चुनाव जीतने का प्रयास करेंगे।
रितेश पाण्डेय का राजनीति में प्रवेश पिता की विरासत संभालने को लेकर हुई।2009 में जब इनके पिता राकेश पाण्डेय सांसद चुने गए तो जलालपुर विधानसभा (जहां से राकेश पाण्डेय विधायक रह चुके थे) की विरासत रितेश को दी गयी। 2012 का विधानसभा चुनाव रितेश पाण्डेय बीएसपी के सिंबल पर लड़े लेकिन अपना पहला ही चुनाव हार गए।
यहां बता दें कि रितेश पांडेय अंबेडकरनगर से बसपा के सांसद रहे हैं। इन्होंने बीएसपी से इस्तीफा दे दिया था और पिछले माह भाजपा ज्वाइन कर लिया था। जिले के बड़े प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले युवा रितेश पांडेय लोकप्रिय नेताओं में शुमार हैं। इनके पिता राकेश पांडेय जिले के जलालपुर विस क्षेत्र से सपा विधायक हैं।
पिछले दिनों हुए राज्यसभा चुनाव में इन्होंने (सपा विधायक राकेश पांडेय) भाजपा प्रत्याशी को वोट किया था। अब यहां के राजनीतिक हल्के में राकेश पांडेय के जल्द ही बीजेपी में शामिल होने की बातें कहीं जा रही हैं।