पीएम मोदी वाराणसी से तीसरी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इसको लेकर ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि वो सबसे ज्यादा वोट से जीत हासिल करेंगे. उन्होंने देश के सभी वर्गों के लिए काम किया हैं.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर एबीपी लाइव से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने देर शाम वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के आगामी लोकसभा चुनाव में एक बार फिर वाराणसी सीट तय होने पर कहा कि वाराणसी हो उत्तर प्रदेश हो या पूरा देश हो प्रधानमंत्री मोदी ने अपने स्पष्ट विजन से सभी वर्गों के लिए काम किया हैं. यहां से प्रधानमंत्री मोदी रिकॉर्ड मतो से जीतने वाले हैं.
ओम प्रकाश राजभर ने यह भी कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं की प्रधानमंत्री मोदी यहां से तीसरी बार सभी रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए सबसे बड़ी जीत हासिल करने जा रहे हैं. और असलियत में जनता उन्हें वोट करने के लिए उत्सुक भी है और ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने हर क्षेत्र में काम किया है. यह स्वीकारना होगा कि उनके सामने कोई नहीं टिकता और आगामी लोकसभा चुनाव में वाराणसी में सबसे बड़ी जीत होगी.
युवाओं के हर संघर्ष में हम साथ रहे हैं और रहेंगे
इसके अलावा भर्ती परीक्षा मामले में युवाओं पर दिए गए बयान को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने कहा है कि हम स्पष्ट करने देना चाहते हैं कि भर्ती परीक्षा बेरोजगारी जैसे संवेदनशील मामलों में किसी भी पार्टी का टोपी पहन कर धरना देने वाले लोगों पर हमारी प्रतिक्रिया थी. हमने किसी भी युवाओं के लिए ऐसी बात नहीं कही. हम खुद युवाओं के लिए रोजगार की अहमियत और उनके संघर्ष को समझते हैं और हमेशा उनकी आवाज को उठाते रहेंगे.
यूपी से सुभासपा को एक सीट !
आपको उत्तर प्रदेश में एक सीट मिलने जा रहा. इस सवालों का जवाब देते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हमारा काम है मांगना, भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जो भी तय करेगा उस हिसाब से सीट मिलेगी. हम अपनी बात को रख सकते हैं. वहीं गाज़ीपुर सीट को लेकर एक बार फिर स्पष्ट करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बृजेश सिंह को गाजीपुर से चुनाव लड़ाने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं. इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व अगर तैयार हैं तो हमें कोई एतराज नहीं.
32 सालों से होली नहीं मनाते
होली मनाने वाले बयान को लेकर ओमप्रकाश राजभर से जब पूछा गया सवाल तो उन्होंने कहा कि हमारे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. हम तो 32 सालों से होली नहीं मनाते. दरअसल इसके पीछे वजह यह है कि मुगलों द्वारा अपने शासनकाल में होली के दिन ही हमारे समाज को खिला पीला कर राज पाठ छीन लिया गया था. इसलिए अपने समाज को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए हमारा संघर्ष लगातार जारी रहेगा.