अंबेडकरनगर में डेढ़ माह बाद भी 55 हजार बच्चों को नहीं मिल सकीं नई किताबें

अंबेडकरनगर में डेढ़ माह बाद भी 55 हजार बच्चों को नहीं मिल सकीं नई किताबें



अम्बेडकरनगर। अप्रैल में नया शिक्षासत्र हुए अब डेढ़ माह का समय बीत गया लेकिन जिले के 1062 प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक व दो के लगभग 55 हजार छात्र-छात्राएं नई पुस्तकों से वंचित हैं। ऐसे में उन्हें पुरानी पुस्तकों का ही सहारा लेना पड़ रहा है। अब ग्रीष्मावकाश अवकाश के बाद ही नई पुस्तकें उपलब्ध होने की संभावना है।


परिषदीय विद्यालयों की शिक्षण कार्य की गुणवत्ता में सुधार को लेकर प्रदेश शासन द्वारा लगातार एक के बाद एक नए निर्णय लिए जा रहे हैं। 


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा विभाग को निर्देशित किया था कि नया शिक्षासत्र प्रारंभ होने से पहले ही सभी विद्यालयों में नई पुस्तकें पहुंच जाएं जिससे शिक्षण कार्य में किसी भी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो।


सीएम के सख्त निर्देश के बाद कक्षा तीन से कक्षा आठ तक की पुस्तकें तो अप्रैल माह के प्रथम पखवाड़ा तक जिले में पहुंच गई लेकिन कक्षा एक व दो की पुस्तकें अब तक जिले को उपलब्ध नहीं हो सकी हैं।


मालूम हो कि जिले में कुल 1582 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इसमें 520 उच्च प्राथमिक जबकि 1062 प्राथमिक विद्यालय हैं। बीएसए कार्यालय के अनुसार कक्षा एक व दो में लगभग 55 हजार छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इसमें कक्षा एक में लगभग 25 हजार जबकि कक्षा दो में लगभग 28 हजार छात्र छात्राएं पंजीकृत हैं।।


नया शिक्षासत्र प्रारंभ हुए डेढ़ माह का समय बीत गया लेकिन अभी भी कक्षा एक व दो के छात्र-छात्राओं के हाथों में नई पुस्तकें नहीं पहुंच सकीं। ऐसे में या तो पुरानी पुस्तकों से काम चलाना पड़ रहा या फिर बगैर पुस्तक के ही छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करनी पड़ रही। 


पूर्व में कक्षा एक में "कलरव" तो कक्षा दो में "किसलय" व "गिनतारा" चलती थी। बीते दिनों यह बात सामने आई थी कि कक्षा एक व दो में एनसीईआरटी पुस्तकें लगेंगी। इसे लेकर अभी भी उहापोह की स्थिति है। 


अब जबकि लगभग एक माह का ग्रीष्मावकाश हो चुका है तब ऐसे में छुट्टी के बाद ही संबंधित छात्र- छात्राओं को नई पुस्तके मिलने की संभावना है।

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