कांवड़ यात्रा के मद्देनजर रोडवेज बसें और भारी वाहन पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से डायवर्ट, रूट डायवर्जन लागू

कांवड़ यात्रा के मद्देनजर रोडवेज बसें और भारी वाहन पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से डायवर्ट, रूट डायवर्जन लागू




अंबेडकरनगर: सावन माह के तीसरे और चौथे सोमवार को होने वाली कांवड़ यात्रा के मद्देनजर जिले में 19 अगस्त तक रोडवेज बसों और भारी वाहनों के लिए रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया है। अयोध्या, लखनऊ, और कानपुर जाने वाले वाहनों को अब पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से होकर गुजरना होगा। इस व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करने के लिए यातायात विभाग ने सभी प्रमुख मार्गों पर बैरियर लगा दिए हैं।


कांवड़ यात्रा और सुरक्षा व्यवस्थाएं


हर साल सावन माह के दौरान जिले में हजारों की संख्या में कांवड़िया पवित्र नदियों से जल लेकर अयोध्या और जनपद के विभिन्न सरयू तट पर जाते हैं। नागपंचमी के दिन कांवड़िया अपने क्षेत्र के शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं। इस दौरान जिले के प्रमुख मार्गों पर भारी भीड़ उमड़ती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जिले में 419 कांवड़ समितियां हैं, जिनके माध्यम से हजारों लोग इस यात्रा में भाग लेते हैं और 87 प्रमुख मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं।


इस भीड़ और सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के दौरान भारी वाहनों और रोडवेज बसों के लिए रूट डायवर्जन लागू कर दिया है। 


रूट डायवर्जन की जानकारी


यातायात प्रभारी जयबहादुर यादव ने जानकारी दी कि गोरखपुर, बस्ती, और संतकबीरनगर की तरफ से आने वाले वाहनों को कलवारी से धरमनगर टांडा, अकबरपुर न्योतरिया बाईपास होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से गुजारा जाएगा। आजमगढ़ से आने वाले वाहनों को भी शहर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा और उन्हें न्योतरिया बाईपास से डायवर्ट कर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की ओर भेजा जाएगा। आजमगढ़ जाने वाले वाहनों को एनएच-28 से बसखारी बाईपास के माध्यम से डायवर्ट किया गया है। इसी प्रकार, अयोध्या से आने वाले और आजमगढ़ जाने के इच्छुक वाहनों को अन्नावां से पहितीपुर रोड होते हुए न्योतरिया बाईपास और बसखारी रोड से डायवर्ट किया गया है।


सुरक्षा प्रबंध


कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता बनाने के लिए जिले को दो सुपर जोन, आठ जोन, और 78 सेक्टर में विभाजित किया गया है। एएसपी पश्चिमी विशाल पांडेय ने बताया कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में 24 घंटे गश्त करते रहेंगे। कांवड़ियों के ठहरने वाले स्थानों और प्रमुख मंदिरों पर भी पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जिससे यात्रा के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।


इस रूट डायवर्जन और सुरक्षा व्यवस्था के चलते उम्मीद है कि कांवड़ यात्रा शांति और सुरक्षा के साथ संपन्न होगी, और यातायात भी सुचारू रूप से चलता रहेगा।

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