अम्बेडकरनगर। अकबरपुर ब्लॉक के नौगवा गोपालपुर गांव में बेवाना मंडल अध्यक्ष से जुड़ा एक सनसनीखेज शिकायती पत्र वायरल हो गया है, जिसमें सार्वजनिक कुएं के निर्माण को रुकवाने और उसे हथियाने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। यह मामला क्षेत्र में चर्चा का केंद्र बन गया है, क्योंकि मंडल अध्यक्ष खुद अपने नाम से इस शिकायती पत्र को वायरल कर चुके हैं।
वायरल शिकायती पत्र में मंडल अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं कि वे एसडीएम, लेखपाल, कानूनगो, और सिक्रेटरी की भूमिका में खुद को प्रस्तुत कर रहे हैं और सार्वजनिक कुएं के निर्माण को रोकने के लिए दखल दे रहे हैं। पत्र के अनुसार, मंडल अध्यक्ष की मंशा है कि इस कुएं को हथियाकर अपने निजी स्वार्थ के लिए उपयोग किया जाए। इस पत्र में साफ लिखा गया है कि मंडल अध्यक्ष के इशारे पर इस पूरे प्रकरण को अंजाम दिया जा रहा है।
इस पत्र में कुएं के निर्माण में बाधा डालने की साजिश का भी जिक्र है। गांव के लोग लंबे समय से इस कुएं के निर्माण की मांग कर रहे थे, ताकि पानी की समस्या का समाधान हो सके। लेकिन मंडल अध्यक्ष पर आरोप है कि वे इस सार्वजनिक कुएं पर कब्जा जमाने की योजना बना रहे थे। पत्र के वायरल होने के बाद, पूरे गांव में इस मुद्दे पर आक्रोश फैल गया है।
शिकायती पत्र के वायरल होने के बाद लोगों का गुस्सा सिर्फ मंडल अध्यक्ष पर नहीं, बल्कि राजस्व विभाग पर भी फूट पड़ा है। आरोप है कि राजस्व विभाग इस मामले पर चुप्पी साधे बैठा है और मंडल अध्यक्ष की करतूतों को नजरअंदाज कर रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग के अधिकारी सिर्फ तमाशा देख रहे हैं, जबकि मंडल अध्यक्ष खुलेआम सार्वजनिक संपत्ति को हड़पने की कोशिश कर रहे हैं।
मंडल अध्यक्ष के नाम से वायरल हुए इस शिकायती पत्र ने उनकी पहले से विवादित छवि को और भी उजागर कर दिया है। इससे पहले भी वे अपने विवादित कारनामों की वजह से चर्चा में रहे हैं, लेकिन इस बार सार्वजनिक संपत्ति पर कब्जा करने की साजिश ने उनकी साख को और गिरा दिया है।
इस मामले के बाद गांव के लोगों ने जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो वे बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटेंगे। लोगों का मानना है कि सार्वजनिक संपत्ति को हड़पने की इस साजिश को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा।
बेवाना मंडल अध्यक्ष से जुड़े इस वायरल शिकायती पत्र ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। सार्वजनिक कुएं पर कब्जा करने की साजिश का खुलासा होने के बाद अब देखना यह है कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है। ग्रामीणों के आक्रोश और राजस्व विभाग की निष्क्रियता के बीच यह मामला और भी गर्माता जा रहा है।