सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचा, दो गांवों में नाव से हो रहा आवागमन

सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचा, दो गांवों में नाव से हो रहा आवागमन



अंबेडकरनगर। सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ते हुए खतरे के लाल निशान के करीब पहुंच चुका है, जिससे बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। आलापुर तहसील क्षेत्र के कई गांव प्रभावित हो गए हैं, जहां कुर्मी प्रसाद का पूरा और पटपरवा गांव का संपर्क मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए नाव का संचालन शुरू कर दिया है, ताकि ग्रामीणों को सुरक्षित आवागमन में सहायता मिल सके।


चार गांवों के निकट तक पहुंचा पानी


सरयू नदी का उफान अब कम्हरिया क्षेत्र के धर्मशाला और हनुमान मंदिर तक जा पहुंचा है, जहां मंदिर की सभी सीढ़ियां पानी में डूब गई हैं। इसी प्रकार करिया लोनिया का पूरा, निषाद बस्ती, रग्घू का पूरा और हंसू का पूरा गांव भी बाढ़ के पानी से प्रभावित होने की कगार पर हैं। ग्रामीणों ने चिंता जाहिर की है कि अगर जलस्तर इसी गति से बढ़ता रहा तो जल्द ही इन गांवों के भीतर पानी घुस जाएगा, जिससे वहां के लोगों के लिए हालात और भी गंभीर हो सकते हैं।


25 हजार की आबादी प्रभावित


माझा कम्हरिया और अराजी देवारा ग्राम पंचायत के लगभग दो दर्जन गांवों की 25,000 से अधिक आबादी सरयू के बढ़ते जलस्तर से प्रभावित हुई है। सोमवार को सरयू नदी का जलस्तर 85.56 मीटर के खतरे के निशान तक पहुंच गया, जिससे कुर्मी प्रसाद का पूरा गांव पूरी तरह से बाहरी दुनिया से कट गया। इसके परिणामस्वरूप आवागमन में दिक्कतें आ रही हैं और लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने नाव का संचालन शुरू किया है।


नाव से हो रहा आवागमन


पटपरवा संपर्क मार्ग भी जलमग्न हो गया है, जिससे वहां भी नाव का संचालन शुरू किया गया है। निषाद बस्ती के निकट पानी तेजी से बढ़ रहा है और ग्रामीणों को आशंका है कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो जल्द ही बस्ती के भीतर पानी प्रवेश कर जाएगा। इसी तरह करिया लोनिया का पूरा, हंसू का पूरा और रग्घू का पूरा गांव भी बाढ़ के पानी से घिरने की संभावना में हैं।


धर्मशाला और हनुमान मंदिर जलमग्न


कम्हरिया स्थित धर्मशाला और हनुमान मंदिर की सीढ़ियां सरयू के पानी में डूब चुकी हैं, जिससे श्रद्धालुओं के पूजन-अर्चन में भी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। जलस्तर में निरंतर बढ़ोतरी से ग्रामीणों की चिंताएं बढ़ रही हैं और प्रशासन द्वारा त्वरित राहत कार्य किए जा रहे हैं।


प्रशासन सतर्क, नाव संचालन शुरू


प्रशासन द्वारा स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और प्रभावित गांवों में नाव संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे इस परिस्थिति में सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं, जिनके लिए प्रशासन विशेष इंतजाम कर रहा है। 


सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, और अगर पानी का स्तर इसी तरह से बढ़ता रहा तो अगले कुछ दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। ग्रामीणों और प्रशासन के समन्वित प्रयासों से इस आपदा से निपटने की कोशिशें जारी हैं।

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