- सत्यम सिंह(7081932004)
अंबेडकरनगर। कटेहरी विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मंत्री धर्मराज निषाद को अपना उम्मीदवार घोषित कर राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है। आगामी 13 नवंबर को होने वाले इस महत्वपूर्ण उपचुनाव के लिए भाजपा ने धर्मराज निषाद पर भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है। धर्मराज निषाद का नाम घोषित होने के बाद से पार्टी कार्यकर्ताओं में एक नया जोश और उत्साह देखने को मिल रहा है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनके समर्थन में पूरी ताकत से जुट गए हैं, और कटेहरी में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए जी-जान से मेहनत कर रहे हैं।
धर्मराज निषाद का कटेहरी विधानसभा क्षेत्र से जुड़ाव काफी पुराना है, और उन्होंने पहले भी इस क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। पार्टी ने उनके अनुभव और क्षेत्र में मजबूत पकड़ को देखते हुए उन्हें उम्मीदवार चुना है। उनके नाम की घोषणा के साथ ही भाजपा ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वे उपचुनाव में एक मजबूत दावेदार के रूप में उतर रहे हैं। धर्मराज निषाद के नाम की घोषणा करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि धर्मराज निषाद की सादगी, सरलता और जनता के लिए काम करने की प्रतिबद्धता ने उन्हें भाजपा का चेहरा बनाया है।
भाजपा के कार्यकर्ताओं का मानना है कि धर्मराज निषाद के नाम की घोषणा से पार्टी की स्थिति मजबूत होगी और उपचुनाव में एकतरफा जीत हासिल की जा सकेगी। कार्यकर्ताओं ने उनके नाम की घोषणा के बाद कटेहरी के गांव-गांव और मोहल्लों में जाकर प्रचार अभियान तेज कर दिया है। वे धर्मराज निषाद के नेतृत्व में कटेहरी क्षेत्र के विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर जनता को आश्वस्त कर रहे हैं। पार्टी के प्रचार में उनके द्वारा किए गए कार्यों और विकास के वादों को प्रमुखता से प्रस्तुत किया जा रहा है।
धर्मराज निषाद ने अपनी उम्मीदवारी के बाद अपने संबोधन में कहा कि भाजपा ने जो विश्वास उन पर जताया है, वह उस पर पूरी तरह खरा उतरने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि कटेहरी की जनता के लिए वे हमेशा समर्पित रहे हैं और अगर जनता का आशीर्वाद मिला तो क्षेत्र के विकास की गति को और तेज करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारें विकास और सुशासन के लिए जानी जाती हैं, और वे कटेहरी में उसी मॉडल को लागू करेंगे।
वहीं, उपचुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही अन्य राजनीतिक दलों ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस समेत अन्य दलों ने भी अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है और वे जनता के बीच अपनी पकड़ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, भाजपा ने धर्मराज निषाद को उम्मीदवार बनाकर यह साफ कर दिया है कि वे इस चुनाव को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं और जीत हासिल करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
कटेहरी उपचुनाव में धर्मराज निषाद की उम्मीदवारी से मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। भाजपा को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व और पार्टी की जनकल्याणकारी नीतियों के बल पर वे जनता का समर्थन जुटाने में सफल होंगे। उपचुनाव के इस दौर में भाजपा और धर्मराज निषाद की कोशिश यही है कि वे जनता की समस्याओं को सुनें, समझें, और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाएं।
कटेहरी की जनता की नजरें अब इस चुनावी मुकाबले पर टिक गई हैं। उपचुनाव में जहां एक ओर क्षेत्र के विकास, रोजगार और आधारभूत सुविधाओं जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे, वहीं दूसरी ओर भाजपा और धर्मराज निषाद की साख भी दांव पर है। चुनावी रैलियों, जनसभाओं और घर-घर जाकर प्रचार के जरिए भाजपा ने धर्मराज निषाद के प्रति जनसमर्थन जुटाने का बीड़ा उठाया है।
भाजपा के नेताओं का मानना है कि धर्मराज निषाद की सादगी और जमीनी स्तर पर उनकी लोकप्रियता उन्हें अन्य उम्मीदवारों से आगे ले जाएगी। पार्टी ने उनके नाम की घोषणा के बाद कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे गांव-गांव जाकर धर्मराज निषाद के लिए समर्थन जुटाएं और लोगों को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं से अवगत कराएं। इसके अलावा, भाजपा का फोकस युवाओं और महिलाओं पर भी है, जिन्हें अपने पक्ष में मोड़ने के लिए पार्टी विशेष अभियान चला रही है।
कटेहरी उपचुनाव का परिणाम न केवल क्षेत्र की राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करेगा, बल्कि यह आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भी एक संकेत हो सकता है। धर्मराज निषाद की जीत या हार भाजपा के लिए आगे की रणनीति तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उपचुनाव की गहमागहमी और भाजपा के प्रत्याशी धर्मराज निषाद के मैदान में उतरने से कटेहरी की सियासी फिजा बदल गई है, और अब सबकी नजरें 13 नवंबर को होने वाले मतदान और इसके परिणामों पर टिकी हुई हैं।