अंबेडकरनगर। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार और जनपद न्यायाधीश राम सुलीन सिंह के नेतृत्व में सोमवार को 'मिशन शक्ति' अभियान के अंतर्गत एक विधिक साक्षरता/जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सुंदर लाल रामा कॉलेज ऑफ नर्सिंग, अकबरपुर में संपन्न हुआ, जिसमें नागरिकों को विभिन्न कानूनों और प्रावधानों की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि भारतेन्दु प्रकाश गुप्ता, अपर जिला जज/जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। उन्होंने 'मिशन शक्ति' अभियान की भूमिका और उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन पराविधिक स्वयंसेवक पुष्पा पाल ने किया।
इस अवसर पर महिलाओं और बालिकाओं के अधिकारों की सुरक्षा से जुड़े दहेज प्रतिषेध कानून, घरेलू हिंसा अधिनियम 2005, लैंगिक अपराधों से संरक्षण अधिनियम, और कार्यस्थल पर यौन शोषण निवारण अधिनियम की जानकारी दी गई। बुतूल ज़ेहरा, लीगल एड डिफेंस काउंसिल ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर विस्तृत चर्चा की, जबकि उपनिरीक्षक सुषमा मौर्या ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए उपलब्ध हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी।
सेंटर मैनेजर नमिता विश्वकर्मा ने वन स्टॉप सेंटर द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम के दौरान, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 की धारा 12 के तहत निःशुल्क विधिक सेवा के अधिकार पर भी प्रकाश डाला गया और 14 दिसंबर 2024 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम का समापन भारतेन्दु प्रकाश गुप्ता ने प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए किया। उन्होंने 'मिशन शक्ति' के महत्व पर जोर देते हुए महिलाओं के सशक्तिकरण और लैंगिक समानता पर बल दिया।