धर्मसभा में ठाकुर जी के प्रवीण ऋत्विकगुण श्री कृष्ण मोहन अस्थाना, भुवाल विश्वकर्मा, तापस नंदी, डा. पंकज सिंह एवं आसाम से आये त्रिविनंद जी ने ठाकुर जी के बहुआयामी विचारधारा पर विस्तार से डाले कि आज की सामाजिक, राष्ट्रीय, धार्मिक, सांस्कृतिक, पारिवारिक तथा व्यक्तिगत समस्याओं से निदान पाने के लिए श्री श्री ठाकुर ने क्या व्यवस्था दी है। श्री श्री ठाकुर जी का मानना है कि जब तक व्यक्ति आदर्श मुखी नहीं होगा तब तक व्यक्ति, परिवार, समाज, राष्ट्र तथा विश्व में संतुलन, शांति, सामंजस्य और सुशासन और सम्पन्नता नहीं हो सकती है।
उत्सव में एक मेडिकल कैम्प का भी आयोजन किया गया जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा विभिन्न रोगों के मरीजों का नि:शुल्क परामर्श, जांच एवं दवाइयां का वितरण किया गया। कार्यक्रम में शताधिक दीक्षाएं भी हुई। अंत में सभी ने भंडारा में प्रसाद ग्रहण किया। सारे कार्यक्रम में स्थानीय सभी गुरुभाइयों का विशेष योगदान रहा। धर्मसभा का संचालन काली प्रसाद सिंह एडवोकेट एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. नीलेश श्रीवास्तव ने किया।
मातृ सम्मेलन का भी हुआ आयोजन
श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी के जन्मोत्सव के मौके पर मातृ सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था जिसमें माताओं ने श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी की विचारधारा में मातृ शक्ति का क्या महत्व है इस पर व्यापक प्रकाश डाला और यह बताया कि व्यक्ति निर्माण में माताओ का उल्लेखनीय योगदान रहा है जो व्यक्ति बड़ा बना है उसमें माताओं का विशेष योगदान रहा है। मातृ सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहीं नगर पालिका परिषद की चेयरमैन श्रीमती माया टंडन ने ठाकुर जी की दिव्य भावधारा पर प्रकाश डाला। डा. पंखुड़ी श्रीवास्तव ने सभी का आभार प्रकट किया।
रिपोर्ट- अंकित जायसवाल, जौनपुर (उ.प्र.)