संबंध विच्छेदन के बाद भी दे रहे है जान से मारने की धमकी
पीड़ित ने आगरा के एसएसपी सहित अन्य आलाधिकारियों को भेजा प्रार्थना पत्र, लगाई गुहार
आगरा। जिले के थाना फतेहपुर सीकरी के मोहल्ला नयावास (पानी की टँकी के पास) निवासी इस्लाम पुत्र स्व. मुंशी ने विगत 23 नवम्बर20 को अपनी पुत्री का निगाह पढ़कर शादी करा दी। लेकिन शादी के बाद से ही ससुरालीजनों ने पिता इस्लाम से रंजिश बना ली और बेटी के ससुरालीजन उसे जान से मारने की धमकी दे रहे है। जिससे परेशान हुए बुजुर्ग ने आगरा के एसएसपी सहित अन्य प्रभारी अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर अपने जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। जबकि पिता ने अपनी बेटी व उसके पति से संबंध विच्छेदन कर लिया है। अब ससुरालीजन उसे जान से मारने की आए दिन धमकी दे रहे है।
गौरतलब हो कि इसलाम ने अपनी पुत्री शबाना की शादी 23 नवंबर 2020 को आगरा में शाहरुख पुत्र सलीम उद्दीन उर्फ प्रधान निवासी नयाबास थाना फतेहपुर सीकरी आगरा के साथ आगरा में निकाह पढ़कर शादी करवा दी थी। अपनी पुत्री की शादी में चार लाख रुपये खर्चा पिता द्वारा किया गया। शबाना को स्त्रीधन में सोने चांदी के जेवरात का सामान घरेलु कीमती सामान शवाना की शादी में दिया था।
शबाना का पति शाहरुख,ससुर सलीम उद्दीन उर्फ प्रधान पुत्र मुन्ना, अय्यूब चचिया ससुर पुत्र मुन्ना, अलीमुद्दीन तैया ससुर पुत्र मुन्ना, समीम पुत्र चचिया ससुर पुत्र चुनना, सद्दाम पुत्र सलीमुद्दीन, इरफान उसका पुत्र मुद्दीन, अबरार पुत्र सलीम उद्दीन, चांद बारिश पुत्र अलीमुद्दीन, सानू पुत्र अलीमुद्दीन कयूम पुत्र अय्यूब,सास रुखसाना पति सलीमउद्दीन, फरजाना पति अय्यूब व अन्य परिजनों से आदि लोगो ने शादी के बाद से मुझसे मेरे परिवार से रंजिश मानने लगे है, इन लोगों से जानमाल का खतरा है, और कभी भी मेरे परिवार पर हमला कर हत्या कर सकते है।
उपरोक्त की दबंगई क्षेत्र में है, उपरोक्त लोग शातिर किश्म के व्यक्ति है। इस सभी बातों के मद्देनजर रखते हुए हमने अपनी पुत्री ओर उसके ससुरालीजनों नाता तोड़ दिया है। इस्लाम ने बेटी शबाना पति शाहरुख व उसके परिवार से कोई लेना-देना संबंध समाप्त कर दिये है, मेरी चल अचल संपत्ति से कोई भी संबंध नहीं है मैं अपने परिवार से और झगड़ा झंझट से दूर हूँ, उपरोक्त शबाना अब स्वयं जिम्मेदार होगी।
इस्लाम ने आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से जानमाल की सुरक्षा हेतु गुहार लगाई है। उन्होंने प्रार्थना पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि उनके देहांत के बाद उनकी अचल सम्पति पर बेटी शबाना व उसके सुसराल वालों का कोई लेना देना नहीं होगा। उनके द्वारा किए गए लेनदेन के वह स्वयं ही जिम्मेदार होंगे।