अम्बेडकरनगर के प्रभावशाली पुलिस कर्मी दीवान जान मोहम्मद के बारे में आप भी जानें.....
अम्बेडकरनगर। कहते हैं कि चूल्हे पर रखी बटलोई का भात पका है कि नहीं इसके लिए रसोइया उसमें से मात्र एक चावल हाथ की उंगलियों से दबाता है। पूरी बटलोई के भात की वर्तमान स्टेटस पता चल जाती है। ठीक उसी तरह किसी महकमे, संगठन, घर-परिवार के बारे में पता करना हो तो एक ही सदस्य की गतिविधि का आंकलन काफी होगा। आज हम इस एपिसोड में उत्तर प्रदेश पुलिस महकमे के एक पुलिस चौकी के ऐसे ही अनुभवी पुलिस कर्मी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हमें चौकी क्षेत्र के रहने वालों एवं मीडिया सूत्रों से ज्ञात हुआ है। इस आलेख को ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर के आधार पर प्रकाशित किया जा रहा है। आज के इस एपिसोड के मुख्य किरदार हैं उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर जनपद के पुलिस महकमे में दीवान पद पर तैनात पुलिस कर्मी जान मोहम्मद। बता दें कि वर्तमान में इनकी तैनाती शहजादपुर उपनगर पुलिस चौकी में है।
मीडिया सूत्रों के अनुसार कोतवाली अकबरपुर अन्तर्गत पुलिस चौकी शहजादपुर में उपनिरीक्षक (प्रभारी) और हेड कांस्टेबिल को लेकर कुल 1 दर्जन कर्मचारी तैनात हैं। यहाँ तैनात प्रभारी उपनिरीक्षक युवा हैं। पूरे चौकी की मानीटरिंग, हैण्डलिंग और सभी विभागीय कार्य इस चौकी पर तैनात हेड कांस्टेबिल द्वारा किया जाता है। हमें हमारे मीडिया स्रोत से पता चला है कि शहजादपुर चौकी के मुख्य/प्रधान आरक्षी जान मोहम्मद एक अत्यन्त अनुभवी और पुलिस कार्य दक्ष मुलाजिम हैं। पूरी चौकी के सभी कर्मचारी उनके इशारों पर ही चलते हैं। इन्हें आई.पी.सी., सी.आर.पी.सी. की धाराओं का पूरा ज्ञान है। एक तरह से शहजादपुर पुलिस चौकी के अन्य कर्मचारियों के लिए ये विभागीय प्रधानाध्यापक की भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।
मीडिया सूत्रों के हवाले से पता चला है कि इनके अनुभव और कार्यदक्षता की वजह से इन्हें विभाग के उच्चाधिकारी काफी पसन्द करते हैं। यही कारण है कि बीते वर्ष इनका स्थानान्तरण जिले के एक अन्य थाने पर हो जाने के बावजूद भी जान मोहम्मद वहाँ न जाकर इसी चौकी पर डटे हुए हैं। बताया गया है कि आने वाले दिनों में जल्द ही ये उपनिरीक्षक के पद पर प्रोन्नति पायेंगे। इनकी विशेषताओं के बारे में बताया गया है कि शहजादपुर चौकी क्षेत्र के शहरी और ग्रामीण इलाकों में होने वाले सभी प्रकार के गैर कानूनी धन्धों को इनका पूर्ण संरक्षण प्राप्त है। इनके बारे में लोगों का कहना है कि जब तक दीवान जान मोहम्मद यहाँ तैनात है, शहजादपुर पुलिस चौकी के किसी भी अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ विभाग के उच्चाधिकारी अपनी तिरछी नजर नहीं करेंगे।
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि देह व्यापार, अवैध शराब, गांजा-भांग जैसे धन्धे में लिप्त लोगों का इनसे याराना है। प्रतिबन्धित मांस बिक्री, गोकशी, बूचड़ खानों के संचालकों के व्यवसाय में इनका पूरा समर्थन है। पशु तस्करी हो या फिर अनधिकृत रूप से गुटखा फैक्ट्रियों का संचालन। जब तक दीवान जी हैं तब तक कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता ऐसा लोगों का मानना है। चोरी, छिनैती एवं अन्य तरह के सामाजिक अपराधों में संलिप्त लोगों पर इनकी कृपा दृष्टि है। क्षेत्र में चलने वाले पुराने व नये छोटे/बड़े जुआ अड्डों के सिन्डीकेट से इनकी प्रगाढ़ता है। इन सभी गैर कानूनी धन्धों से दीवान जान मोहम्मद की प्रतिमाह लाखों रूपए की आमदनी है।
इनकी खुशहाली, शानो-शौकत, लग्जुरिअस लाइफ, धन कमाऊ शैली और विभाग में अच्छी पैठ से नाखुश लोगों ने दबी जुबान से इनके चल-अचल सम्पत्ति के जाँच की मांग उठाना शुरू कर दिया है। कई सामाजिक संगठनों और मानवाधिकार आयोग से सम्बद्ध लोगों ने सूचना के अधिकार के तहत पुलिस विभाग से दीवान जान मोहम्मद को तबादला उपरान्त रिलीव न किये जाने के बावत सूचना मांगने का भी मन बनाया है।