चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस पूरे भारत में फैल चुका है। हालांकि नए साल पर एक राहत भरी खबर आई, जहां DCGI ने सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। ऐसे में जल्द ही देशभर में टीकाकरण शुरू हो जाएगा। कोरोना वैक्सीन को लेकर जमकर राजनीति भी हो रही है। अखिलेश यादव के बाद अब आरजेडी नेता और लालू यादव के पुत्र तेज प्रताप ने कोरोना वैक्सीन को लेकर एक मांग सरकार के सामने रखी है।
तेज प्रताव यादव के मुताबिक कोरोना वायरस की जिन वैक्सीन को मंजूरी मिली है, उनसे कोई गुरेज उनको नहीं है, लेकिन वैक्सीन लगवाने से पहले उनकी एक शर्त है, जो पीएम मोदी ही पूरा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की जिस वैक्सीन को मंजूरी मिली है, उसे अगर पीएम मोदी लगवा लेते हैं तो वो भी लगवा लेंगे। तेज प्रताप ने नीतीश सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था का राज खत्म हो गया है और ना ही वहां पर अब सरकार नाम की चीज है।
इससे पहले अखिलेश यादव ने कोरोना वैक्सीन पर सवाल उठाए थे। साथ ही उसे नहीं लगवाने का ऐलान किया था। कुछ दिनों पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि देश में कोरोना वायरस का संक्रमण कहीं पर भी नहीं है। बीजेपी सिर्फ विपक्ष का डराने के लिए ऐसा कर रही है। उन्होंने कहा कि देखिए मैं यहां पर बिना मास्क के बैठा हूं, आप लोग बता दो कोरोना कहां है। उन्होंने कोरोना की वैक्सीन को बीजेपी का बता दिया था। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी और कहा कि बिना पूरे ट्रायल के वैक्सीन को मंजूरी देना घातक है।