मुँह मीठा कराते डॉ. पंकज कुमार वर्मा व सुरभि वर्मा
अम्बेडकरनगर के एडीएम डॉ. पंकज कुमार का भतीजा है करन वर्मा
दृढ़ इच्छाशक्ति, बुलन्द हौंसला, मंजिल को पाने की ललक, संघर्षशीलता व जिजीविषा अवश्य ही सुफलदायी होते हैं। मतलब यह कि ये गुण जिस व्यक्ति में विद्यमान होते हैं उसे अपने लक्ष्य तक पहुँचने से कोई रोक नहीं सकता। इन गुणों से परिपूर्ण व्यक्ति को यदि उसके अपनों द्वारा पूरा समर्थन मिलता हो तो उसके लिए मंजिल तय कर पाना और भी आसान हो जाता है। इसी तरह के एक नौजवान के बारे में हम अपने पाठकों को बताना चाहते हैं जिसने मात्र 25 वर्ष की आयु में वह मुकाम हासिल किया है, जिसको हासिल करना आम व साधारण घरों के बच्चों के लिए आसान नहीं होता।
हम बात कर रहे हैं युवा करन की जिसका पूरा नाम करन वर्मा है। इस युवक ने सोमवार 1 फरवरी 2021 को घोषित चार्टर्ड एकाउन्टेन्ट के अन्तिम परीक्षा परिणाम की सफलता सूची में अपना नाम दर्ज कराया है। उसकी सफलता पर अपर जिला मजिस्ट्रेट अम्बेडकरनगर के सरकारी आवास में जश्न का माहौल व्याप्त हो गया। क्यों न हो करन जिले के अपर जिलाधिकारी डॉ0 पंकज कुमार वर्मा का लाडला भतीजा जो है। उसकी सफलता की जानकारी होते ही डॉ. वर्मा के सरकारी आवास में खुशियाँ छा गईं।
जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों, हित-मित्रों ने करन की इस सफलता पर बधाई व शुभकामनाएँ दिया है। यह क्रम जारी है। करन की इस उपलब्धि पर उसके चाचा डॉ. पंकज कुमार वर्मा व उनकी अर्धांगिनी सुरभि वर्मा के चेहरों पर मुस्कान साफ दिखाई पड़ रही है। हमने भी जानकारी होने पर करन को बधाई दिया और उससे उसके बारे में संक्षिप्त जानकारी हासिल किया।
करन जो अब अपने नाम के आगे सी.ए. करन वर्मा लिखने में गर्व महसूस कर रहा है ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी के छोटे से गाँव पँचदेवरा निवासी एक किसान परिवार से ताल्लुक रखता है। करन का जन्म 8 अगस्त 1995 को उक्त गाँव निवासी लेखपाल साहब के नाम से मशहूर सन्तोष कुमार वर्मा (बड़े पिता) के यहाँ हुआ था। करन के पिता कृष्ण कुमार वर्मा पंचदेवरा के जाने माने कृषक व माता माधुरी वर्मा गृहणी हैं।