श्रीनगर। आज कश्मीर के बारजुल्ला में पुलिसकर्मियों के दल पर आतंकियों ने हमला बोला,जिसमें दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। इस घटना की जानकारी देते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि श्रीनगर के बारजुल्ला इलाके में हुए आतंकी हमले में घायल पुलिस कर्मी एसजी सीटी मोहम्मद यूसुफ और सीटी सुहैल अहमद की इलाज के दौरान मौत हो गई है।
बता दें कि इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें एक आतंकी एके-47 लेकर पुलिसकर्मी पर गोलियां बरसाते दिख रहा है, फिलहाल इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। मालूम हो कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर के बडगाम और शोपियां इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है, जिसमें लश्कर के 3 आतंकवादी मारे गए हैं, इस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भी शहीद हुआ है। आंतकियों के पास से भारी मात्रा मे हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है।
पुलिस और सुरक्षाबल दोनों ने संयुक्त रूप से मोर्चा संभाला हुआ है और सर्च ऑपरेशन जारी है। गौरतलब है कि इस वक्त आतंकवाद के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में इंडियन आर्मी का ऑपरेशन लगातार जारी है। गुरुवार को सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के घने जंगलों में हथियारों की बड़ी खेप बरामद की थी।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक को सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने ज्वाइंट सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान हथियारों का जखीरा बरामद हुआ। आपको बता दें कि 17 फरवरी की शाम सेना को कुछ संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी जिसकी बाद ये ऑपरेशन शुरू हुआ था।
हथियारों का जखीरा बरामद
जो हथियार बरामद हुए थे उनमें एके-47 राइफल, एसएलआर राइफल, 303 राइफल, मैगजीन के साथ 2 पिस्तौल, 04 यूबीजीएल ग्रेनेड और रेडियो सेट शामिल था। सुरक्षाबलों का कहना है कि हथियारों को देखकर ऐसा लगता है कि आतंकवादी संगठन किसी बड़े हमले की तैयारी में थे। ऐसा माना जा रहा है कि यह हथियार पाकिस्तान से पुंछ के रास्ते भेजे गए हैं। हो सकता है कि ओवरग्राउंड वर्करों की मदद से यह हथियार पुंछ नियंत्रण रेखा से यहां तक पहुंचाए गए हों।
लश्कर के तीन आंतकवादी मारे गए
इसके बाद कल रात में बडगाम में और आज सुबह शोपियां में एनकाउंटर शुरू हुआ, जिसमें लश्कर के तीन आतंकवादियों को सुरक्षाबलों के जवानों ने भून डाला है। मालूम हो कि पिछले साल 221 आतंकवादी मारे गए थे। वहीं 2019 में कुल 153 आतंकवादी मारे गए थे, तो वहीं साल 2018 में ये संख्या 215 रही जबकि 2017 में सेना ने कुल 213 आतंकवादियों को मार गिराया गया था।