छत्तीसगढ़ में हाल ही हुए एक नक्सली हमले में मारे गए भारतीय सेना के 22 जवानों को लेकर फेसबुक पर कथित पोस्ट लिखने को लेकर राजद्रोह और अन्य अपराधों के आरोप में असम की एक लेखिका को गुवाहाटी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लेखिका सिखा सरमा को आईपीसी की धारा 124ए (राजद्रोह) सहित विभिन्न आरोपों के तहत मंगलवार को हिरासत में लिया गया।
48 वर्षीय लेखक को पुलिस ने उमी डेका बरुआ और कंगना गोस्वामी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के बाद गिरफ्तार किया। सिखा को पहले पुलिस द्वारा सम्मन दिया गया और बाग में गहन पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। असम के दिसपुर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 294 (ए), 124 (ए), 500, 506 और आईटी अधिनियम की धारा 45 के तहत मामला दर्ज कराया गया है।
क्या लिखा था फेसबुक पर
सिखा ने खबरों की मानें तो सोमवार को सिखा ने अपने फेसबुक पेज पर छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में मारे गए जवानों को लेकर एक पोस्ट लिखी थी जिसमें उन्होंने लिखा, 'वेतन प्राप्त करने वाले पेशेवर वेतनभोगी जो अपनी ड्यूटी करते हुए मरे हैं, उन्हें शहीद नहीं कहा जा सकता। जैसे कि बिजली विभाग में काम करने वाला कोई व्यक्ति यदि करंट से मर जाए तो उसे शहीद नहीं कहा जा सकता।
मीडिया लोगों को भावुक मत बनाओ।' गुवाहाटी शहर के पुलिश कमिश्नर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दिसपुर पुलिस स्टेशन में दायर की गई एक एफआईआर के बाद पुलिस ने सिखा सरमा को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है, जिसमें राजद्रोह का आरोप भी शामिल है।