अपने विवादित बयानों के कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के मंत्रिमंडल के नेता अब्दुल सत्तार द्वारा सांसद सुप्रिया सुले के खिलाफ विवादित बयानबाजी के बाद मामला गर्मा गया है। उनके बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसके बाद सांसद सुले के समर्थकों और एनसीपी कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई है।
बड़ी संख्या में सुप्रिया सुले के समर्थकों और एनसीपी कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अब्दुल सत्तार के आवास के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने मंत्री अब्दुल सत्तार के घर के बाहर जमकर नारेबाजी करते हुए तोड़फोड़ की। जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
आलोचनाओं का सामना कर रहे सत्तार ने मामले में खेद भी जताया है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो उन्हें खेद है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने राकांपा प्रमुख शरद पवार की बेटी सुले के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली 'बालासाहेबंची शिवसेना' से ताल्लुक रखने वाले सत्तार ने कहा कि उन्होंने महिलाओं के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की। औरंगाबाद जिले के सिलोड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सत्तार ने कथित तौर पर सुले का जिक्र करते हुए एक अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया था। उन्होंने ऐसा पत्रकारों के 'खोके' (पैसे के बक्से) के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा था।
इस बीच राकांपा नेता विद्या चव्हाण ने सत्तार के इस्तीफे की मांग की, नहीं तो वह राज्य में स्वतंत्र रूप से नहीं घूम पाएंगे। राकांपा के एक अन्य नेता एकनाथ खडसे ने भी सत्तार द्वारा की गई टिप्पणियों की निंदा की और कहा कि मुख्यमंत्री को कृषि मंत्री को कुछ शिष्टाचार सिखाना चाहिए।