अंबेडकरनगर: आलापुर में खतरे के निशान से अब नीचे बह रही उफनाई घाघरा , कटान जारी

अंबेडकरनगर: आलापुर में खतरे के निशान से अब नीचे बह रही उफनाई घाघरा , कटान जारी

- सत्यम (9369424759)




अंबेडकरनगर। अगस्त माह बीतने को है। मानसून बिखरा है। जून से लेकर अब तक मात्र दस दिन एक-आध घंटे ही बरसात हुई है। इस स्थिति में भी बगैर बरसात के नदियों का जलस्तर बढ़ना और बाढ़ का नजारा दिखना अवश्य ही चिंता का विषय है। उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर जिले की दो तहसीलों टांडा और आलापुर में सरयू/घाघरा नदी का जलस्तर डेंजर लाइन के ऊपर-नीचे रहकर क्षेत्रवासियों में बाढ़ की विभीषिका का भय पैदा कर रहा है। खबर थी कि बीते दिनों आलापुर तहसील के आधा दर्जन से अधिक गांवों में उफनाई सरयू नदी की वजह से बाढ़ का खतरा बढ़ गया था। क्षेत्र के लोग आशंकित थे और अब भी हैं कि कब घाघरा फिर न उफना जाए और उनका गांव बाढ़ की चपेट में आ जाए।


प्राप्त खबरों के अनुसार, बीतें दिनों आलापुर तहसील क्षेत्र में घाघरा का पानी आधा दर्जन गांवों में पहुंच चुका था। लगभग सौ बीघा खेत जलमग्न हो गए थे। नदी के बढ़े हुए जलस्तर से क्षेत्र के रास्तों पर दो फीट से ऊपर पानी भर गया था। इससे आवागमन दूरुर हो गया था। आलापुर क्षेत्र के माझा कम्हरिया, आराजी देवारा, कल्लू का पूरा, करिया लोनिया का पूरा, हंसू का पूरा, कुर्मी प्रसाद का पूरा, सिद्धनाथ, पटपरवा और निषाद बस्ती में पानी अब भी बह रहा है। 


क्षेत्र के ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त की है कि यदि उफनाई सरयू का जलस्तर नहीं घटेगा तो, जल्द ही आने वाले समय में पानी गांव की आबादी में घुस जाएगा। ऐसे में, उन्हें सुरक्षित स्थान की तलाश करनी पड़ेगी। पटपरवा व कुर्मी प्रसाद का पूरा गांव के रास्ते पर घाघरा का पानी भरा हुआ है। इससे गांववासियों को बाहर निकलने में मुश्किल आ रही है। इलाके के ग्रामीणों का कहना है कि घाघरा नदी के बाढ़ के पानी से इन गांवों के करीब सौ बीघा खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए। 


हमने एसडीएम आलापुर से बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उपजिलाधिकारी सौरभ शुक्ला ने बताया कि नदी के जलस्तर पर बराबर निगाह रखी जा रही है। ग्रामीणों को चिंता की जरुरत नहीं है। सबसे अच्छी बात यह है कि उफनाई घाघरा का जलस्तर अब घट रहा है। घाघरा खतरे के निशान से नीचे बह रही है , लेकिन नदी की कटान अब भी जारी है। 

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