इस्कॉन पर आरोप किसी बड़े षड्यंत्र का संकेत', मेनका गांधी के बयान पर अखिलेश यादव ने BJP को घेरा

इस्कॉन पर आरोप किसी बड़े षड्यंत्र का संकेत', मेनका गांधी के बयान पर अखिलेश यादव ने BJP को घेरा

मेनका गांधी ने इस्कॉन पर गायों को कसाइयों को बेचने का आरोप लगाया है. इस्कॉन ने इन आरोपों को खारिज किया है.




बीजेपी सांसद मेनका गांधी के इस्कॉन पर दिए गए बयान के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है. इस मामले को लेकर यूपी के पूर्व सीएम और सपा चीफ अखिलेश यादव ने बुधवार को बीजेपी पर निशाना साधा. 


उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि भाजपाइयों ने पहले भूमाफियों से मिलकर राधास्वामी सत्संग को निशाना बनाया और बीजेपी के लोग अब गोपालक भगवान कृष्ण के उपासकों पर ही कसाइयों को गाय बेचने का वीभत्स आरोप लगा रहे हैं. विश्वभर के इस्कॉन के अनुयायी इस आरोप से व्यथित और दुखी हैं.  


पूर्व सीएम ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार को स्पष्टीकरण देना ही होगा क्योंकि इसका संबंध सिर्फ प्रदेश व देश से ही नहीं है बल्कि अंतरराष्ट्रीय छवि से भी है. क्योंकि कृष्ण चेतना को समर्पित इस्कॉन का विस्तार सम्पूर्ण विश्व में है. जनता का सवाल ये है कि बीजेपी के लोग किस वजह से समाज में ऐसा वैमनस्य फैलाना चाहते हैं और किसके कहने पर? इस्कॉन पर आरोप किसी बड़े षड्यंत्र का संकेत है. 


मेनका गांधी ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्ण कॉन्शसनेस (इस्कॉन) को देश का सबसे बड़ा धोखेबाज संगठन बताया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया था कि अपनी गौशालाओं की गायों को इस्कॉन कसाइयों को बेचता है. ये गौशालाओं के रखरखाव के नाम पर सरकार से लाभ प्राप्त करता है.


बीजेपी सांसद ने आंध्र प्रदेश में इस्कॉन की अनंतपुर गौशाला की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा था कि वहां उन्हें ऐसी कोई गाय नहीं मिली जो दूध न देती हो. वहां एक भी बछड़ा नहीं था. इसका मतलब है कि सभी बिक गए. 


हालांकि, इन आरोपों को इस्कॉन ने निराधार और झूठा करार दिया है. इस्कॉन के राष्ट्रीय प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंदा दास ने कहा कि धार्मिक संस्था न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर गाय और बैल की सुरक्षा और देखभाल में सबसे आगे रही है. गायों और बैलों की सेवा जीवन भर की जाती है, न कि उन्हें कसाइयों को बेचा जाता है, जैसा कि आरोप लगाया गया है.

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