'ओम प्रकाश राजभर दगे हुए कारतूस हैं..', सपा दफ्तर के बाहर फोटो के साथ लगाए पोस्टर

'ओम प्रकाश राजभर दगे हुए कारतूस हैं..', सपा दफ्तर के बाहर फोटो के साथ लगाए पोस्टर

घोसी सीट पर जीत के बाद सपा दफ्तर के बाहर ओम प्रकाश राजभर के फोटो वाली बड़ी से होर्डिंग लगाई गई है. इस होर्डिंग के जरिए दूसरे दलों को सावधान किया गया है.




घोसी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह की बड़ी जीत हुई है, जिसके बाद सपा की ओर से सबसे ज्यादा ओम प्रकाश राजभर पर हमला किया जा रहा है. इसकी एक वजह ये हैं कि चुनाव के दौरान राजभर ही सबसे ज्यादा सपा पर निशाने साध रहे थे, लेकिन जब नतीजे आए तो उनकी बाजी उलटी पड़ गई. घोसी में जीत के बाद सपा दफ्तर के बाहर ओम प्रकाश राजभर की फोटो वाली एक बड़ी सी होर्डिंग लगाई है. जिसमें उन्होंने दगा हुआ कारतूस बताया गया है.


घोसी में जीत के बाद लखनऊ में समाजवादी पार्टी के दफ्तर के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है. जिसके जरिए सभी दलों को उनसे सावधान रहने को कहा गया है. इस पोस्टर में ऊपर की तरफ सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर की तस्वीर लगी है और इस होर्डिंग पर लिखा है, सभी दल सावधान, 'ओम प्रकाश राजभर दगे हुए कारतूस हैं.' इस होर्डिंग के नीचे की तरफ समाजवादी युवजन सभा के पूर्व राज्य सचिव आशुतोष सिंह की तस्वीर लगी हुई है, सपा दफ्तर के बाहर ये पोस्टर आशुतोष सिंह की ओर से ही लगवाया गया है. 


दरअसल समाजवादी पार्टी से गठबंधन तोड़ने के बाद सुहेलदेव समाज पार्टी अध्यक्ष करीब दो महीने पहले ही एनडीए में शामिल हुए हैं. जिसके बाद उन्हे घोसी उपचुनाव की जिम्मेदारी दी गई थी. घोसी के जातीय समीकरण के लिहाज से बीजेपी यहां काफी मजबूत स्थिति में थी, इस सीट पर राजभर, निषाद, और चौहान वोटरों की संख्या निर्णायक स्थिति में है, लेकिन राजभर का जादू यहां नहीं चल पाया. वो सभी जातियों को जोड़कर नहीं रख पाए. राजभर और निषाद मतदाताओं में काफी बिखराव देखने को मिला.


उपचुनाव का एलान होने के बाद से ही ओम प्रकाश राजभर ने परिवार समेत घोसी में डेरा डाल लिया था. और गांव-गांव जाकर प्रचार किया था, इस दौरान राजभर ने कई बार अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, कि वो सूद समेत देकर अखिलेश यादव को वापस सैफई भेज देंगे. राजभर के अति उत्साह का बीजेपी को नुकसान झेलना पड़ा.  

Post a Comment

और नया पुराने