अकबरपुर: बैनामा दफ्तर में तैनात धाकड़ व दिग्गज बाबू के भ्रष्टाचार से जमीन क्रेताओं में मची त्राहि-त्राहि

अकबरपुर: बैनामा दफ्तर में तैनात धाकड़ व दिग्गज बाबू के भ्रष्टाचार से जमीन क्रेताओं में मची त्राहि-त्राहि

बैनामा दफ्तर में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की जोरदार मांग


विभागीय उच्चाधिकारी, जिलाधिकारी और एडीएम का ध्यान कराया गया आकृष्ट 




अकबरपुर बैनामा दफ्तर के बाबूओं और अफसरों के कारनामों की चर्चा प्रायः होती रहती है। यह महकमा और  इसका दफ्तर मीडिया की सुर्खियों में प्राय: बन जाया करता है। दफ्तर में तैनात बाबूओं के काले कारनामों की खुसर-फुसर हमेशा होती रहती है। अकबरपुर सदर तहसील का बैनामा दफ्तर अपने शुरुआती दिनों से भ्रष्टाचार के मामले में अग्रणी बताया जाता है । 


भ्रष्टाचार के बलबूते पर नगर की सरकारी व प्रतिबंधित जमीनें भी दलाल एग्रीमेंट कराकर बेंचा करते हैं। यहां तक की अकबरपुर-शहजादपुर के बींचो-बीच से बहने वाली पौराणिक तमसा नदी के दोनों किनारों की जमीनों की भी बिक्री कर दी गई है। यह क्रम अब भी जारी है। नदी और नदी के किनारे तथा उसकी जमीन पर आलीशान इमारतें लहराती देखीं जा सकती हैं। 


बीते वर्ष सर्वोच्च न्यायालय व एनजीटी के नियमों के दृष्टिगत जिला प्रशासन द्वारा तमसा नदी का सीमांकन कराया गया था। सच्चाई भी सामने आ गई। परन्तु, अग्रिम कार्रवाई किए जाने के नाम पर नतीजा सिफर। इससे भूमाफियाओं, दलालों व जालसाजों और अकबरपुर बैनामा दफ्तर के कर्मचारियों व अधिकारियों का हौंसला बुलंद है। 


जिले के कई समाजसेवी संगठनों और प्रबुद्धवर्गीय लोगों ने जिलाधिकारी अविनाश सिंह का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग की है कि अकबरपुर बैनामा दफ्तर का औचक निरीक्षण कर हैकड़-दबंग और भ्रष्टाचारी बाबू, दलाल एवं जालसाज के साथ अन्य कर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ निष्पक्षता से आवश्यक कार्रवाई की जाए। 


- सत्यम सिंह(9369424759)


अंबेडकरनगर। जिले के मुख्यालयी शहर अकबरपुर के पुरानी तहसील परिसर में स्थित तहसील का बैनामा दफ्तर काफी चर्चा में चल रहा है। ऐसी बात नहीं है कि जिसकी चर्चा पहली बार हो रही है। अकबरपुर बैनामा दफ्तर अपने मुलाजिमों की हरकतों और भ्रष्टाचार को लेकर बराबर मीडिया की सुर्खियों में रहा है। इस समय एक बाबू की तैनाती उपरांत बीते कुछ महीनों से सब रजिस्ट्री कार्यालय अकबरपुर बराबर मीडिया की सुर्खियों में रहने लगा है। 


इस समय प्रायः मीडिया में प्रकाशित व वायरल हो रहीं खबरों में इस बात का जिक्र रहता है कि रजिस्ट्री दफ्तर अकबरपुर में हालिया तैनात एक दिग्गज बाबू ने दलाल और जालसाजों को पाल रखा है। इसने अबतक सभी के साथ भ्रष्टाचार का एक कीर्तिमान बनाया है। इस बाबू के बारे में बताया गया है कि इसके सगे चाचा इस दफ्तर में वर्षों पूर्व सब रजिस्ट्रार के रुप में तैनात थे। वह भी अपनी कार्यप्रणाली से हमेशा चर्चा में रहा करते थे। काफी धाकड़ सब रजिस्ट्रार कहे जाते थे। 


वर्तमान मंे,ं अकबरपुर बैनामा दफ्तर में तैनात बाबू(सहायक) के कारनामों का खामियाजा भूखंडों के क्रेता भुगत रहे हैं। इसके द्वारा मचाई गई लूट से तमाम मासूम गरीबों को काफी परेशान होना पड़ रहा है। बताया गया है कि तहसील क्षेत्र के गरीबों की जमीनों का एग्रीमेंट कराने वाले दलाल किसी बाबू के गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं। ये दलाल सरकारी जमीनों का भी एग्रीमेंट कराकर बिक्री करने में पीछे नहीं हैं। आम चर्चा है कि इस तरह का भ्रष्टाचार और मनमानी अधिकारियों के संज्ञान में है। फिर भी, पॉवरफूल बाबू निर्भीक होकर अपना काम कर रहा है। अधिकारी इस पर नियंत्रण लगाने में विफल साबित हो रहे हैं। 


अंबेडकरनगर जनपद के दक्षिण सीमावर्ती जनपद का निवासी यह धाकड़ बाबू रजिस्ट्री दफ्तर अकबरपुर में भ्रष्टाचार को पुष्पित और पल्लवित कर रहा है। आलम यह है कि इस बाबू के भ्रष्टाचार के चलते शहर की सरकारी और प्रतिबंधित जमीनों का एग्रीमेंट करवाकर बिक्री कर डाली गई है। इन बेशकीमती जमीनों की फर्जी खतौनियों बनवाकर बैनामा दफ्तर के इस चर्चित बाबू के गुर्गों (दलालों) ने एग्रीमेंट कराकर बिक्री करना जारी रखा हुआ है। 



जबसे रजिस्ट्री दफ्तर अकबरपुर में इस बाबू की तैनाती हुई है, भू-माफियाओं का हौंसला भी बुलंद हो गया है। कहते हैं कि विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते गरीबों की जमीन से लेकर सरकारी जमीनों का एग्रीमेंट और बिक्री का कारोबार तेजी से चल रहा है। इस कारोबार को फैलाने में धाकड़ बाबू के गुर्गों/दलालों का विशेष योगदान है। चर्चा है कि दलाल व जालसाजों का गैंग अकबरपुर बैनामा दफ्तर के इर्द-गिर्द सक्रिय है। इस गैंग को बैनामा दफ्तर के धाकड़ बाबू का संरक्षण प्राप्त है। जालसाज, दलाल और बाबू तथा अन्य सहयोगी मनमाफिक कमाई कर रहें हैं। 


बताया गया है कि यह बाबू इतना बड़ा घूसखोर है कि जो लोग सही दंग से जमीनों का बैनामा करा रहें हैं, उनसे भी यह कमीशन की अच्छी-खासी धनराशि उगाही करता है। बताया गया है कि बीते दिनों एक आर्मी पर्सन (फौजी) द्वारा जमीन का बैनामा कराने के मामले में इस घूसखोर बाबू ने अच्छा-खासा कमीशन की डिमांड की थीं। परन्तु, जिला कलेक्ट्रेट के कर्मचारी के हस्तक्षेप पर उसे कामयाबी नहीं मिल सकी। 


अकबरपुर रजिस्ट्री के भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है। यहां के भ्रष्टाचार व तैनात बाबू की लूट-खसोट कार्यशैली के बारे में विभागीय उच्चाधिकारी से लेकर जिला मजिस्ट्रेट व अपर जिला मजिस्ट्रेट सभी को मालूम हैं। परन्तु, आज तक यहां हो रहे भ्रष्टाचार पर नियंत्रण नहीं लग सका। उनके शिकायतों की जांच में लीपापोती कर दी जाती है और नतीजा शून्य हो जाता है। 


कहने वालों का तो यहां तक कहना है कि अकबरपुर बैनामा दफ्तर के अधिकारी/उप निबंधक की तैनाती तो जरुर है, परन्तु इनका काम मात्र हस्ताक्षर व मुहर तक ही सीमित है। सारा कार्य धाकड़ बाबू अपने तरीके से करता है। इसके कारनामों से लोग आजिज आ गए हैं। 


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