नैन्सी की दर्दनाक मौत: जिले की एक ‘निर्भया’ हवसी मनचलों की कारगुजारी का हुई शिकार

नैन्सी की दर्दनाक मौत: जिले की एक ‘निर्भया’ हवसी मनचलों की कारगुजारी का हुई शिकार

चर्चा में: छात्रा की मौत दुर्घटना या सुनियोजित हत्या, जांच का विषय


पुलिस मुठभेड़ में आरोपियों के पैर में लगी गोली, एक का टूटा पांव


हंसवर थानाध्यक्ष को एसपी ने किया लाइनहाजिर




- सत्यम सिंह (9369424759)


अम्बेडकरनगर। हंसवर थाना के हीरापुर गांव में सरेशाम 17वर्षीया किशोरी छात्रा के हत्यारों ने किस तरह घटना को अंजाम दिया, सीसी फुटेज देखने वालों को आसानी से पता चल जाता है।


नैन्सी (बदला हुआ नाम) हत्या कांड के पीछे की वजह क्या है , यह जांच का विषय हो सकता है। लेकिन हत्याकांड को अंजाम देने वाले अवश्य ही जघन्य अपराधी प्रवृत्ति के कहे जायेंगे।


लोगों का मानना है कि नैंसी (छात्रा) के साथ सड़क पर छेड़छाड़ कर उसको साइकिल से गिराना और एक हत्यारे द्वारा अपनी मोटर बाइक से सिर कुचल कर मार डालना , एक पूर्व नियोजित साजिश का ही परिणाम प्रतीत होता है। 

नैन्सी के हत्यारों को मनबढ़ दबंग मनचला की श्रेणी में न रख कर मात्र इतना कहना काफी होगा कि नारी जिस्म के भूखे भेड़ियो के मुंह अब मानव खून भी लग गया है।

नैन्सी हत्या कांड के तीनों आरोपी नरभक्षी /आदमखोर जानवर रूपी मनुष्य कहे जाएं तो कत्तई बेजा भी नहीं होगा। छात्रा नैन्सी वर्मा के हत्यारे मुस्लिम बताए गए हैं। जिनमे 2 सगे भाई हैं और उनका एक अन्य सहयोगी मित्र है।

 

इस जघन्य और कथित पूर्व नियोजित कांड के पश्चात हंसवर थाना इलाके में सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न होने की खबरे मिल रही हैं। इस बाबत कहना है कि ऐसा सोचना और घटना को सांप्रदायिक रंग देना जल्दबाजी होगा। कोई तटस्थ एजेंसी अपने ईमानदार तरीके से ही छान बीन करके घटना की वजह जान सकती है।


उधर खबर है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए हंसवर थाना के प्रभारी को एसपी ने वहां से हटा कर पुलिस लाइन भेज दिया है। ऐसा करना उच्च पुलिस अधिकारी का अधिकार होता है, जो शायद नाकाफी है।


खबर के अनुसार, नैन्सी (छात्रा)हत्याकांड में तीनों आरोपियो को मेडिकल के लिए ले जाते समय एक घटना घटी जिसमे आरोपी गण पुलिस की गिरफ्त से भाग निकले। और पुलिस की राइफल भी साथ लेते गए। पुलिस और उनमें जमकर मुठभेड़ हुई। हालाकि कड़ी मशक्कत के उपरांत अभियुक्त गणों को पुलिस ने धर दबोचा। मुठभेड़ में हत्या आरोपियों के पैरों में गोली लगी होने की बातें कही गई हैं।यह कितना सच है, कुछ भी नही कहा जा सकता।


मृतका छात्रा का दुपट्टा खींचने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में गोली मारी है। रविवार को पुलिस तीनों आरोपियों को मेडिकल के लिए लेकर जा रही थी। तभी शहवाज-फैसल पुलिस की राइफल छीनकर भागने लगे, जिन्हें पुलिस ने सरेंडर के लिए कहा। मगर, उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। एनकाउंटर में दोनों को पैर में गोली लगी है। दोनों को जिला अस्पताल में इलाज के लिए लेकर जाया जा रहा है।


पुलिस अफसरों के मुताबिक, दोपहर 12 बजे पुलिस तीनों को मेडिकल कराने के लिए अस्पताल लेकर जा रही थी। रास्ते में एक जगह किसी काम से गाड़ी रोकी गई ती। इस दौरान मौका देखकर शहवाज और फैसल ने एक सिपाही की राइफल छीन ली और भागने लगे। उनके साथ अरवाज भी था।


मगर, वह चिल्लाने पर रुक गया। लेकिन, शहवाज और फैसल नहीं रुके। दोनों आगे जाकर छिप गए। तभी पुलिसकर्मियों ने उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा। मगर दोनों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। इसके बाद पुलिस टीम ने जवाबी फायरिंग की। इसमें दोनों के पैर में गोली लग गई।


12वीं में पढ़ने वाली 17 साल की छात्रा गुरुवार को स्कूल गई थी, लेकिन घर वापस आते समय 3 युवकों की छेड़खानी में छात्रा की जान चली गई। रास्ते में एक बाइक से जा रहे दो युवक उससे छेड़खानी करने लगे। जब लड़की ने विरोध किया, तो युवकों ने उसे थप्पड़ मारा और उसका दुपट्टा खींच लिया।


इससे लड़की सड़क पर लड़खड़ाकर गिर गई। तभी पीछे से आ रही गाड़ी ने उसको तेज टक्कर मार दी। जिससे प्रीति के जबड़े और सिर में गंभीर चोट आई और उसकी मौत हो गई। घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी।


मामले में रविवार को पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए बड़ी कार्रवाई करते हुए एसओ हंसवर रितेश पांडेय को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है। एसपी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और पिता के बयान के आधार पर पूरे घटना की जांच की जा रही है। मामले में जो भी दोषी होगा, उसे बक्शा नहीं जाएगा।

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