I.N.D.I.A की राजनीति में विवाद: कांग्रेस अध्यक्ष का अखिलेश पर निशाना, 'घोसी जीतने वाले किसी भ्रम में ना रहें'

I.N.D.I.A की राजनीति में विवाद: कांग्रेस अध्यक्ष का अखिलेश पर निशाना, 'घोसी जीतने वाले किसी भ्रम में ना रहें'

घोसी उपचुनाव परिणाम के बाद पहली बार यूपी कांग्रेस अध्यक्ष बुधवार को मऊ जिला मुख्यालय पहुंचे। जनता को संबोधित करते हुए अजय राय ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला। यहां तक कह दिया कि सपा की कथनी और करनी में अंतर है।




विपक्षी दलों के 'I.N.D.I.A' गठबंधन को लेकर उत्तर प्रदेश में बड़ा विवाद सामने आया है। कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी पर गठबंधन धर्म का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है। बुधवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि घोसी जीतने वाले किसी भ्रम में ना रहें। कांग्रेस के नेतृत्व में गठित हुए विपक्षी दलों के गठबंधन 'I.N.D.I.A' का यूपी में क्या असर होगा, यह तो आने वाले दिनों में पता चलेगा मगर यह तय है कि यूपी कांग्रेस अध्यक्ष के बयान से प्रदेश में सियासी तापमान बढ़ने वाला है। 


घोसी उपचुनाव परिणाम के बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय बुधवार को मऊ पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि हाल ही में घोसी सहित सात सीटों पर उपचुनाव हुए। उत्तराखंड की बागेश्वर सीट पर अगर समाजवादी पार्टी साथ देती तो कांग्रेस प्रत्याशी की जीत होती। अजय राय ने कहा कि बागेश्वर में सपा का कोई अस्तित्व नहीं है। बावजूद इसके उन्होंने प्रत्याशी उतारा।


यही कारण रहा कि कांग्रेस को हार मिली। इसके साथ ही अजय राय ने कहा कि समाजवादी पार्टी की कथनी और करनी में अंतर है। कांग्रेस पार्टी ने बड़ा दिल दिखाते हुए घोसी उपचुनाव में सपा का साथ दिया। इसके साथ ही कि कहा कि घोसी उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाली पार्टी ये भ्रम में ना रहे कि उसने अपने दम पर मैदान फतह की है। 


कांग्रेस के सहयोग की देन है कि घोसी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह की जीत हुई। इसके साथ ही उन्होंने बागेश्वर सीट का भी जिक्र किया। कहा कि बागेश्वर सीट से समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी उतार कर गठबंधन को दरकिनार किया। कहा कि हमारा प्रत्याशी बागेश्वर में मात्र 1600 वोटों से हारा है। वहीं समाजवादी पार्टी ने गठबंधन धर्म से परे जाकर वहां पर अपना प्रत्याशी उतारा जिसे 2200 वोट मिले। वहीं घोसी में कांग्रेस पार्टी ने अपने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए समाजवादी पार्टी को पूरा सहयोग दिया। नतीजा सबके सामने है। सपा प्रत्याशी ने भाजपा उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया। ऐसे में हम कह सकते हैं कि समाजवादी पार्टी का दोहरा चरित्र है।

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