बिना लड़े मायावती का दिखा जलवा, तीसरे स्थान पर चल रहा NOTA, अपील का असर या कुछ और?

बिना लड़े मायावती का दिखा जलवा, तीसरे स्थान पर चल रहा NOTA, अपील का असर या कुछ और?

घोसी का घमासान अब अंतिम चरण में हैं। 14वें राउंड की गिनती के बाद सपा के सुधाकर सिंह की जबरदस्त बढ़त बरकरार है। नोटा तीसरे स्थान पर काबिज है। इसे बसपा प्रमुख मायावती की अपील का असर माना जा रहा है। 



उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर पांच सितंबर को हुए उपचुनाव के बाद आज मतों की गिनती जारी है। घोसी के परिणाम पर पूरे देश की नजर है। 14वें राउंड की गिनती के बाद सपा के सुधाकर सिंह की जबरदस्त बढ़त बरकरार है। वो भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान से करीब 20 हजार वोटों से आगे हैं। कुल 10 प्रत्याशियों तीसरे स्थान नोटा का कब्जा है। 14 राउंड की गिनती के बाद 700 से ज्यादा नोटा सामने आया। करीब-करीब आधी मतगणना पूरी होने के बाद एकतरफ जहां सपा और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर में कौन जीतेगा इसकी अटकलें हैं। वहीं नोटा पर भी लोगों की नजरें बनी हुई हैं।


लोगों का कहना है कि घोसी में बिना लड़े ही बसपा प्रमुख ने अपना जलवा दिखाया है। दरअसल मायावती ने चुनाव से कुछ रोज पहले अपने वोटरों से घर से न निकलने समेत नोटा दबाने का सियासी दांव चला था। उन्होंने अपील की थी कि मतदान से दूर रहें। उन्होंने ये भी कहा था कि अगर किसी को वोट देना ही है तो नोटा का बटन दबाएं।  


राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उत्तर प्रदेश की सियासत में मायावती के इस प्रयोग के परिणाम कई तरह के बड़े "सियासी संदेश" देंगे। सियासी जानकार तो यह भी मानते हैं कि ऐसा करके मायावती ने एक तरह से भाजपा को उपचुनाव में खुला मैदान दे दिया। 

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