अब न्यायालय के फेर में सीएम नीतीश कुमार; महिला आयोग के पत्र के बाद अब कोर्ट पहुंचा मामला

अब न्यायालय के फेर में सीएम नीतीश कुमार; महिला आयोग के पत्र के बाद अब कोर्ट पहुंचा मामला

मुजफ्फरपुर में सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता ने  मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। मामले की सुनवाई 25 नवंबर को होगी।




मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा और विधान परिषद में लड़कियों की शिक्षा और प्रजनन दर को लेकर दिए गए बयान पर माफी मांग चुके हैं। उन्होंने दोनों सदनों में कहा कि मैं अपने बयान पर शर्म महसूस कर रहा हूं। अपने बयान को वापस लेता हूं। लेकिन, इन सबके बावजूद उनकी मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। पहले तो महिला आयोग ने सीएम नीतीश कुमार पर कार्रवाई करने के लिए बिहार विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा। अब मुजफ्फरपुर में उनके खिलाफ शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। मामले की सुनवाई 25 नवंबर को होगी। 


शिकायतकर्ता का कहना है कि मंगलवार को बिहार विधानसभा और विधान परिषद में शिक्षा की भूमिका और जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं की भूमिका को समझाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा काफी  अपमानजनक थी। इससे माता और बहनों का अपमान हुआ है। संवैधानिक संस्था में इस तरह भाषा का प्रयोग आपत्तिजनक है। न्यायालय से अनुरोध है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले और सीएम नीतीश कुमार पर कार्रवाई करेे। 


सीएम नीतीश कुमार ने पहले विधानसभा परिसर में अपने बयान पर माफी मांगी। इसके बाद दोनों सदन में कहा कि अगर मेरी किसी बात को लेकर तकलीफ हुई है तो मैं अपनी बात वापस लेता हूं। मैं दुख प्रकट कर रहा हूं। मैं अपनी निंदा करता हूं। मेरी किसी शब्द के चलते किसी तो तकलीफ हुई है तो आप कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री शर्म करें। मैं न सिर्फ शर्म कर रहा हूं बल्कि दुख भी प्रकट करता हूं।


मंगलवार को जाति आधारित गणना की रिपोर्ट पढ़ने के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने जो कहा, उसे शब्दश: नहीं लिखा जा सकता। उनकी कही बातें वायरल हो रही हैं- "पुरुष है वह तो रोज रात में (इशारा)  ###, उसके साथ वह रोज (इशारा)  ### है न! त उसी में वह  ### हो जाता है। लड़की पढ़ लेती है तो उसे पता होता कि वह  ### ठीक है, लेकिन अंतिम में  ### उसको ### कर दो।" मुख्यमंत्री दरअसल शिक्षा के कारण बिहार में जन्म-दर गिरने की बात बताना चाह रहे थे, लेकिन वह इतना कुछ बोल गए कि वह वायरल हो गया।

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