देवी लक्ष्मी पर विवादित टिप्पणी कर घिरे स्वामी प्रसाद मौर्य की आई सफाई

देवी लक्ष्मी पर विवादित टिप्पणी कर घिरे स्वामी प्रसाद मौर्य की आई सफाई

देवी लक्ष्मी पर विवादित टिप्पणी से विवादों में आए सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण योजना महज दिखावा है.




दिवाली के मौके से देवी लक्ष्मी पर बयान देकर बुरे फंसे सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सफाई दी है. सफाई में उन्होंने बुधवार को कहा कि मेरे बयान का सार दो बातों पर था. एक वैज्ञानिक सोच का विकास और दूसरा महिलाओं को सम्मान देना. उन्होंने कहा कि बयान की निंदा करने वाले दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध नहीं कर रहे हैं बल्कि महिलाओं के सम्मान का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे दिए गए बयान को विवादित बता रही है. हालांकि महिला सशक्तिकरण के लिए 'नारी वंदन योजना' भी चला रही है.


उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता महिलाओं से जुड़ी योजना की प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं. लेकिन मेरे बयान की निंदा विवादित बताकर कर रहे हैं. इससे लगता है कि बीजेपी का महिला सशक्तिकरण योजना महज दिखावा है.


उन्होंने कहा कि मैंने लक्ष्मी देवी पर बयान नहीं दिया था. मैंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महिला के सम्मान में पोस्ट किया था. अगर कोई इसे विवादित बता रहा है तो इसका मतलब हुआ कि उन्होंने महिलाओं के सम्मान से मतलब नहीं है.


सपा नेता ने कहा कि बीजेपी एक तरफ नारी सशक्तिकरण के बारे में बात करती है और दूसरी तरफ महिला सम्मान के खिलाफ है. बता दें कि लक्ष्मी देवी के बारे में उनके सोशल मीडिया पोस्ट से विवाद खड़ा हो गया था. विरोधी अखिलेश यादव से स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर सफाई मांग रहे थे.


स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ आवाज सपा से भी उठने लगी थी. चौतरफा दबाव बढ़ता देख उन्होंने स्पष्टीकरण देते हुए बीजेपी को आड़े हाथों लिया. स्वामी प्रसाद के खिलाफ लखनऊ में हिंदू महासभा ने भी मोर्चा खोल दिया था और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रासुका में जेल भेजे जाने की मांग की गई.

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