अंबेडकरनगर। महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कालेज गुरुवार को एक बार फिर सुर्खियों में आ गया। राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर में भाजपा कार्यकर्ता के इलाज में लापरवाही व ऑपरेशन के नाम पर पैसे मांगने को लेकर बृहस्पतिवार को हंगामा खड़ा हो गया। भाजपा जिलाध्यक्ष व अन्य पार्टी नेताओं ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर प्राचार्य से जानकारी लेनी चाही तो आरोप है कि प्राचार्य डा अमीरूल हसन ने जिलाध्यक्ष को बाहर करने के लिए गनर बुला लिया।
प्रधानाचार्य की कार्यशैली से नाराज भाजपा जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी प्रिंसिपल कार्यालय में ही अपने साथियों के साथ धरने पर बैठ गये और प्रधानाचार्य कार्यालय छोड़कर भाग खड़े हुए। प्रधानाचार्य ने जाते-जाते हंसवर मंडल अध्यक्ष सुग्रीम कन्नौजिया को जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया।
बीजेपी जिलाध्यक्ष के मेडिकल कालेज में धरने की सूचना पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गये और आनन फानन में एडीएम व एएसपी भारी पुलिस बल के साथ मेडिकल कालेज पहुंचे। प्रधानाचार्य कार्यालय के बाहर सैकड़ों भाजपाई जुटे हुए थे। प्रशासन ने दोनों पक्षों के बीच बातचीत भी करायी, लेकिन प्रधानाचार्य के अड़ियल रुख के कारण कोई हल नहीं निकल सका। बीजेपी जिलाध्यक्ष इस शर्त पर कार्यालय से निकले कि दलित मंडल अध्यक्ष की तहरीर पर पुलिस अभियोग पंजीकृत करेगी।
भाजपा शक्ति केंद्र प्रवासी संतोष सिंह बब्लू का दो दिन पहले एक्सीडेंट हो गया था। इसमें उनकी हाथ की हड्डी टूट गई। उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। आरोप है कि यहां भर्ती करने के बाद भी ऑपरेशन नहीं किया जा रहा था। जानकारी मिलने पर जिलाध्यक्ष त्रयंबक तिवारी पार्टी पदाधिकारियों संग बृहस्पतिवार शाम मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। यहां इलाज में लापरवाही बरतने को लेकर सभी नेता प्राचार्य के कक्ष में पहुंचे।
प्राचार्य डा अमीरूल हसन ने स्वयं को आर्थोपेडिक सर्जन बताते हुए कार्यकर्ता का आपरेशन डॉ विवेक श्रीवास्तव से कराने के लिए कहा, परन्तु जिलाध्यक्ष ने डॉ जावेद से ही आपरेशन कराने के कहा। आरोप है कि इसी बात पर प्रधानाचार्य ने दो लाख रुपये की मांग यह कहते हुए की कि एक लाख रुपये डॉ जावेद लेंगे व एक लाख रुपये वह स्वयं। प्रधानाचार्य के इस बात पर जिलाध्यक्ष का पारा चढ़ गया और उन्होंने तत्काल एक लाख रुपये प्रधानाचार्य के मेज पर रख दिया। मेज पर रुपया रखते ही प्रधानाचार्य भड़क गए और अपने सुरक्षा कर्मियों को बुलाकर जिलाध्यक्ष को बाहर निकालने का आदेश दिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उसी समय हसंवर मंडल अध्यक्ष सुग्रीम कन्नौजिया ने बीते दिनों 167 संविदाकर्मी की भर्ती में एक भी कन्नौजिया के न होने की बात कही, जिस पर प्रधानाचार्य आग बबूला हो गये और सुग्रीम कन्नौजिया को जाति सूचक शब्द कहते हुए चले गए।
उधर भाजपा जिलाध्यक्ष प्राचार्य को वापस बुलाने और कार्यकर्ता के इलाज की स्थिति स्पष्ट करने को लेकर प्राचार्य के कक्ष में ही बैठे रह गए। शाम साढ़े सात बजे एडीएम डॉ. सदानंद गुप्त व एएसपी पश्चिमी विशाल पांडेय कई थानों की फोर्स के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंचे। इसके बाद प्राचार्य को बुलाकर वार्ता शुरू कराई गई। देर शाम तक मेडिकल कॉलेज में कार्यकर्ताओं का जमावड़ा बना रहा जबकि प्राचार्य कक्ष में वार्ता चलती रही।