भारतीय जनता पार्टी ने इस बार अपनी पहली सूची में 51 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है वहीं बसपा और कांग्रेस अभी तक मौन हैं.
2024 लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने बहुजन समाज पार्टी को अपने साथ लाने की कई को कोशिश की पर हर कोशिश नाकाम रही. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कई बार सामने आकर सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया कि वह अकेले चुनाव लड़ना चाहती हैं और वह किसी के साथ गठबंधन नहीं करेंगी . पर, सूत्रों के माने तो अभी एक आखरी मौका बचा हुआ है और यह मौका है आचार संहिता के लगने का.
सूत्रों की माने तो कांग्रेस पार्टी की मुखिया सोनिया गांधी की बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती से अंदर खाने बातचीत जारी है . यह बातचीत आचार संहिता के बाद गठबंधन को एक नया बल दे सकती है . सूत्र कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी की कोशिश है कि वह इंडिया गठबंधन में बहुजन समाज पार्टी को भी साथ लाना चाहती है जिससे इस गठबंधन में बहुजन समाज पार्टी ,सपा और कांग्रेस मिलकर एनडीए को बड़ी चुनौती दे सकती है.
सबसे आखिरी में प्रत्याशियों का ऐलान करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने इस बार अपनी पहली सूची में 51 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है तो वहीं लगभग सबसे पहले प्रत्याशियों का ऐलान करने वाली बहुजन समाज पार्टी ने अभी अपने पत्ते तक नहीं खोले हैं . बहुजन समाज पार्टी के सूत्रों का कहना है कि बसपा नेतृत्व ने अपने कोऑर्डिनेटरों से टिकट के लिए और आवेदन न लेने के लिए अब कह दिया है.
देश में बने इंडिया गठबंधन में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी इस वक्त साथ में है जिसमें कांग्रेस पार्टी को समाजवादी पार्टी ने 17 सीटें दी हैं पर पार्टी ने अभी तक एक भी सीट पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है . वहीं सपा ने तीन अलग-अलग सूचियां में 29 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है पर बाकी बची सीटों पर अभी सपा भी सांसे थामे हुए है. इंडिया गठबंधन के सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस हाई कमान ने फिलहाल यूपी में प्रत्याशियों की घोषणा के लिए इंतजार करने के संकेत दिए हैं. सूत्र इस बात के संकेत दे रहे हैं कि आचार संहिता लागू होने के बाद एक आखिरी कोशिश बसपा को इस गठबंधन में लाने की की जाएगी..