धनंजय मेरी हत्या करना चाहता है, विधायक अभय सिंह का पलटवार

धनंजय मेरी हत्या करना चाहता है, विधायक अभय सिंह का पलटवार




बाहुबली धनंजय सिंह और विधायक अभय सिंह के बीच चल रही अदावत एक बार फिर चर्चा में आ गई है। धनंजय की पत्नी श्रीकला ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर पति की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका इशारा अयोध्या की गोसाईंगंज सीट से सपा विधायक अभय सिंह की तरफ था। रविवार को अभय सिंह जौनपुर पहुंचे और धनंजय सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए। यहां तक कहा कि धनंजय सिंह उनकी हत्या कराना चाहता है। अभय सिंह लाइन बाजार के महमदपुर सरायजागी (शिवापार) गांव में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे।


मीडिया से बात करते हुए अभय सिंह ने कहा कि कुख्यात लारेंस बिश्नोई ने पूछताछ में खुद कबूल किया है कि धनंजय सिंह यूपी में उसके गिरोह के सरगना हैं। आरोप लगाया कि धनंजय लारेंस गैंग से जुड़कर हमारी हत्या कराना चाहते हैं। धनंजय की पत्नी और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला रेड्डी के बयान के बाबत पूछे गए सवालों पर अभय सिंह ने कहा कि उनके सारे आरोप फर्जी हैं। जिस समय धनंजय सिंह पर हमला हुआ था, उस समय में अस्पताल में भर्ती था। रही बात सिंदूर व मंगलसूत्र की तो श्रीकला एक सभ्य महिला हैं। वह दूसरे राज्य से आईं हैं। उन्हें अपने पति के बारे में पता नहीं है कि वह कितने लोगों के सिंदूर व मंगलसूत्र तोड़ने का काम किए हैं।


अभय सिंह ने कहा कि जहां तक मुकदमे का सवाल है कुछ भी अभी तक प्रूफ नहीं हुआ है। एके-47 की बात भी प्रूफ नहीं हुई है। जिस समय की वह घटना है मैं अयोध्या में सरकारी अस्पताल में भर्ती था। डॉक्टर समेत सभी प्रूफ हो चुका है। पूरा केस ही फर्जी है। जिस गाड़ी पर गोली चलने की बात कही है वह गाड़ी थी ही नहीं। सफारी गाड़ी ही थी नहीं। जो नंबर उन्होंने बताया है, उस नंबर पर तो जेसीबी मशीन रजिस्टर है। अभय सिंह ने सिलसिलेवार कई हत्याओं का ब्योरा दिया और कहा कि इन लोगों की हत्या धनंजय सिंह ने कराई। कहा कि श्रीकला को एक स्क्रिप्ट दी गई थी। उसे उन्होंने पढ़ दिया। धनंजय खुद कई लोगों के सिंदूर पोछने वाले और मंगलसूत्र छीनने वाले हैं।


अभय सिंह ने कहा कि इंजीनियर हत्याकांड में यह चाहते थे कि इनका नाम निकल जाए। इन पर 50 हजार का इनाम घोषित था। उसी को लेकर मुझसे और मेरे परिवार से धनंजय रंजिश रखने लगे। मेरे ऊपर फर्जी केस करवाने लगे। मायावती मुख्यमंत्री थीं और भाजपा के सहयोग से सरकार बनी थी। यह खुद सांसद थे। आज तक जितने भी मुकदमों में ये छूटे हैं, सभी भी होस्टाइल हुए हैं। क्या 26-26 घटना फर्जी हो सकती है।

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