अंबेडकरनगर। जिले में धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन देने का मामला सामने आया है, जिसमें बजरंग दल के जिला संयोजक आलोक चौरसिया और उनके साथियों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए लालच दिया गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
घटना सोमवार दोपहर की है, जब अलीगंज निवासी और बजरंग दल के जिला संयोजक आलोक चौरसिया अपने मित्र योगेश जायसवाल, श्याम मोहन, और अन्य साथियों के साथ चंद्रलोक टॉकीज के रास्ते कश्मीरिया की तरफ जा रहे थे। इस दौरान आदिलाबाद निवासी जी राजू और अलीगंज के महरीपुर निवासी राम अवध निषाद ने उन्हें रोक लिया और ईसाई धर्म अपनाने के लिए 10-10 हजार रुपये और मकान बनाने का प्रलोभन दिया।
आलोक चौरसिया के मुताबिक, कुछ स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि दोनों आरोपी कुछ दिन पहले हरिजन बस्ती में भी इसी प्रकार के प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन का प्रयास कर रहे थे। इन लोगों ने गरीब तबके के लोगों को धर्मांतरण के लिए लालच देकर प्रभावित करने की कोशिश की थी।
आलोक ने तुरंत इस घटना की सूचना अलीगंज पुलिस को दी। उनकी तहरीर पर जी राजू और राम अवध निषाद के खिलाफ धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया। थानाध्यक्ष शशांक शुक्ल ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
इस प्रकार की घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन देने के प्रयास समाज में गंभीर तनाव और अस्थिरता पैदा कर सकते हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने यह संदेश दिया है कि ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।
धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन देना न केवल कानूनी अपराध है, बल्कि यह सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित करता है। ऐसे मामलों में प्रशासन और पुलिस को सतर्क रहना होगा और समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए कठोर कदम उठाने होंगे। इस घटना से यह स्पष्ट है कि किसी भी प्रकार के धार्मिक प्रलोभन के खिलाफ समाज को एकजुट होकर खड़ा होना होगा।