अधिकारियों की अदूरदर्शिता के चलते नव निर्मित नलकूप भवन बरसात में बना टापू

अधिकारियों की अदूरदर्शिता के चलते नव निर्मित नलकूप भवन बरसात में बना टापू


 


अम्बेडकरनगर। अकबरपुर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्रामसभा कोड़रा कटरिया सम्मनपुर में जल निगम विभाग द्वारा पानी टंकी और नलकूप भवन  का निर्माण करवाया जा रहा है। जिससे पानी कमी की समस्या दूर हो और घर घर तक जलापूर्ति हो सकें।  मगर पानी टंकी और नलकूप भवन जल निगम विभाग की अदूरदर्शिता मनमानी और लापरवाही के चलते इस बरसात के मौसम में डूब जाने के कगार पर है।


कहते हैं कि जिस भूमि पर नलकूप भवन का निर्माण हो रहा हैं वह तालाब में है, क्षेत्र वासियों के अनुसार अधिक बारिश होने से तालाब में  जलभराव हो जाता हैं और नलकूप भवन  पानी टंकी डूब जाने की संभावना हमेशा बनी रहेगी। इसके निर्माण में अनावश्यक अनापेक्षित मनमाना पैसा भी खर्च हो रहा है। निर्माण सामग्रियां अधोमानक हैं । ऐसा घटिया निर्माण कार्य जल निगम विभाग की पोल खोल दे रहा है।


उल्लेखनीय है कि पानी टंकी तालाब के भूमि पर निर्माण करवाया जा रहा हैं। तालाब के बीचों बीच सड़क है। सड़क स्तर यानी ऊंचाई से तालाब लगभग 4 से 5 फिट गहरा हैं। फिर भी तालाब के निचली सतह से ही पानी टंकी का निर्माण हो रहा है। बरसात के मौसम में भारी बारिश से  जलभराव के कारण पानी सड़क के ऊपर आ जाता है। और पूरे तालाब में जल भराव हो जाता है। इस अनुपयुक्त स्थान पर नलकूप भवन का निर्माण कराए जाने का औचित्य नहीं समझ में आ रहा है। इस भवन पर जलभराव का संकट हमेश बना रहेगा।


ऐसा क्यों  अनुपयुक्त लो लैंड स्थान पर  ही जल निगम विभाग पानी की टंकी जमीन के निचली सतह से निर्माण करवा रहा है। जो सर्वथा अनुचित और मानक के विपरीत है। 


हमे जो तस्वीरें प्राप्त हुई हैं स्पष्ट तौर पर दिख रहा है कि जमीन से 5 फिट की ऊंचाई पर सड़क है जो बहुत ही नकदी है। इसके बावजूद भी पानी टंकी का निर्माण तालाब की निचली भूमि से ही करवाया जा रहा हैं।


आखिर क्यों क्षेत्र के लोगों को बड़ा आश्चर्य हो रहा है कि मानक विपरीत जल जीवन मिशन के तहत वाटर टैंक का निर्माण कराया जाना। भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे विभागीय अधिकारियों द्वारा  सरकारी धन के दुर्पयोग की जानकारी के बावजूद भी उच्च अधिकारी इस पर जरा सा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। 


आरोप है कि अकबरपुर ब्लॉक के गांव कोंडरा कटरिया सम्मानपुर में जल निगम विभाग के ठेकेदार से लेकर इंजीनियर व अधिकारी की मिलीभगत व लापरवाही से पानी टंकी का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। गांव और क्षेत्र के पढ़े लिखे लोगों का कहना है कि उक्त पानी टंकी निर्माण के लिए आए हुए पैसों को मिलकर बंदरबांट करने में लगे हैं ठेकेदार और इंजीनियर। 


बताया गया है कि इस नलकूप और उसके भवन निर्माण में की जा रही अनियमितता के बारे में कई बार  मीडिया अखबारों में खबर भी प्रकाशित कर मामले को उच्च अधिकारीयों तक अवगत कराया गया था मगर स्थिति अभी भी जस कि तस बनी है।


गांव वासियों ने माग किया है कि उच्च अधिकारियों द्वारा इसका निरीक्षण कर उचित उपयुक्त स्थान पर निर्माण करवाया जाय। 


आरोप है कि अधिकारियों की अदूरदर्शिता मनमाना पन और ठेकेदार की सांठगांठ से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। जनता का पैसा जिसे सरकारी धन कहा जाता है कुछ चुनिंदा भ्रष्ट लोग मिलकर आपस में बाँट ले रहे हैं। प्रतीत हो रहा है कि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी जल जीवन मिशन योजना को सफल होने में सदियों लग जाएगा।


उक्त गांव की पानी की टंकी इस समय काफी चर्चा का विषय बनी हुई है। उच्चाधिकारियों की सह पर ठेकेदार मनमाना कर रहा है। निर्माण में प्रयुक्त होने वाली समग्र मानक के विपरीत हैं। स्थानीय लोगों ने इसका प्रबल विरोध किया और कुछेक पत्रकारों ने खबरों का प्रकाशन किया। लेकिन नतीजा शिफर। भ्रष्टाचार के जरिए मिशन का पैसा लूटने के मामले में जल निगम विभाग और ठेकेदार की दसों घी और सिर कड़ाहे में कहा जा रहा है।


जिलाधिकारी को जनपद वासी एक अनुभवी कर्मठ और ईमानदार हाकिम मानते हैं , लेकिन इस नल कूप भवन की दुर्दशा देखने की उन्होंने ने भी जहमत तक नहीं उठाया।


दूरभाष पर हुई वार्ता में स्थानीय ग्रामीणों में  टंकी इंजीनियर के नाम से चर्चित अमित पांडे ने पूरी खबर को मिथ्या करार दिया है।  जल निगम के अधि अभि, सहायक अभियंता और अवर अभियंता ने तो इस बाबत बात करना गवारा ही नहीं समझा।

Post a Comment

أحدث أقدم