अम्बेडकरनगर। अकबरपुर स्थित श्री गांधी आश्रम के सामने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के जर्जर भवन को गिराकर नए भवन के निर्माण के लिए शासन द्वारा चार करोड़ 96 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई थी। इस महत्वपूर्ण परियोजना का कार्य उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन द्वारा रजिस्टर्ड ठेकेदार को सौंपा गया है। लेकिन, निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताएं सामने आ रही हैं, जिससे गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
ठेकेदार की अनियमितता से निर्माण कार्य पर संकट
स्थानीय मजदूरों और शटरिंग करने वाले कारीगरों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा सफेद बालू और सीमेंट का अनुपात सही न होने के कारण दीवार की चुनाई कमजोर हो रही है। कारीगरों ने यह भी बताया कि काम करते समय दीवार पर हल्के हथौड़े से मारने पर भी दीवार हिलने लगती है, जिससे कभी भी गंभीर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। यह स्थिति ठेकेदार की लापरवाही और घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग की ओर इशारा करती है, जो विद्यार्थियों की सुरक्षा को खतरे में डाल रही है।
विभागीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया
इस संदर्भ में जब जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि समय-समय पर निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच की जाती है। अगर निर्माण कार्य में कोई कमी पाई जाती है, तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
विद्यार्थियों की सुरक्षा पर मंडराता खतरा
निर्माण स्थल पर काम कर रहे मजदूरों की शिकायतों और दीवारों की कमजोर स्थिति को देखते हुए यह साफ हो रहा है कि ठेकेदार द्वारा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। इससे न केवल भवन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं, बल्कि भविष्य में विद्यार्थियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है। यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह अनियमितता एक बड़े हादसे का कारण बन सकती है।
जनता की मांग: ठेकेदार पर हो सख्त कार्रवाई
स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने इस मुद्दे पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने मांग की है कि ठेकेदार के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए और निर्माण कार्य की जांच कर गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि निर्माण कार्य भविष्य में किसी भी तरह की अनियमितताओं से मुक्त हो और छात्राओं के लिए एक सुरक्षित और मजबूत भवन का निर्माण हो।