अम्बेडकरनगर। जिले के टांडा ब्लॉक के एक छोटे से गांव दरवेशपुर में बुधवार की सुबह अचानक एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम के पहुंचने से सनसनी फैल गई। टीम ने लगभग सात घंटे तक गांव में साक्ष्य खंगाले और लालचन्द्र नामक युवक को हिरासत में लेकर चली गई। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, लालचन्द्र का संबंध पाकिस्तान से जुड़ा होने की आशंका है, जिसके चलते एनआईए ने यह कार्रवाई की।
ग्राम सभा दहियावर के पुरवा दरवेशपुर में एनआईए टीम के पहुंचने के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों के अनुसार, टीम ने गांव में घंटों तक छानबीन की और लालचन्द्र पुत्र मुन्नीलाल को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई। हालांकि इस मामले में अभी तक एनआईए की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है, लेकिन ग्रामीण सूत्रों का कहना है कि लालचन्द्र के यस बैंक खाते में पाकिस्तान से 22 हजार रुपये भेजे जाने का पता चला है। इसी के चलते एनआईए ने लालचन्द्र पर शिकंजा कसा।
खबरों के मुताबिक, एनआईए को सूचना मिली थी कि लालचन्द्र और उसके साथियों के पास अवैध तरीके से डेढ़ करोड़ रुपये की धनराशि है। इसके अलावा, यह भी कहा जा रहा है कि लालचन्द्र कर्नाटक के एक बंदरगाह पर मजदूरी का काम करता था, जहां से उसने पाकिस्तान को महत्वपूर्ण जानकारी, जैसे कि जहाजों की लोकेशन और अन्य संवेदनशील सूचनाएं भेजी थीं। जब यह जानकारी सुरक्षा एजेंसियों तक पहुंची, तो लालचन्द्र भागकर अपने गांव लौट आया। एनआईए ने इस मामले में गहनता से जांच की और उसके बाद लालचन्द्र को हिरासत में लिया।
यह मामला तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि पुलिस और प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे इस मामले की सच्चाई स्पष्ट हो सके। एनआईए की जांच अभी भी जारी है, और मामले के विस्तार की प्रतीक्षा की जा रही है।
जिले में इस घटना ने एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्था और खुफिया तंत्र की सक्रियता को लेकर सवाल उठाए हैं। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर भय और उत्सुकता बनी हुई है, जबकि पूरे मामले पर अब सभी की निगाहें एनआईए की आगामी जांच रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं।