अंबेडकरनगर। राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए 30 अतिरिक्त पूर्व सैनिकों की तैनाती की तैयारी की जा रही है। वर्तमान में भी कॉलेज में सुरक्षा के लिए पूर्व सैनिकों की तैनाती की गई है, लेकिन हालिया कोलकाता कांड के बाद सुरक्षा को और मजबूत बनाने का निर्णय लिया गया है।
बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राजकीय मेडिकल कॉलेज की समीक्षा बैठक के दौरान व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने व्यवस्थाओं में कमी को लेकर नाराजगी जताई थी, जिसके बाद कॉलेज के तत्कालीन प्राचार्य अमीरुल हसन को हटा दिया गया था। उनकी जगह नए प्राचार्य की तैनाती की गई और कॉलेज के कार्यों की निगरानी के लिए डीएम अविनाश सिंह ने एडीएम की अध्यक्षता में एक विशेष कमेटी भी बनाई थी।
मुख्यमंत्री के निर्देशों और कोलकाता कांड के मद्देनजर अब मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है। वर्तमान में कॉलेज में 45 पूर्व सैनिक सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे हैं। अब इनकी संख्या में 30 और पूर्व सैनिकों को जोड़ा जाएगा। यह प्रस्ताव राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा शासन को भेजा गया है। हाल ही में प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों से सुरक्षा बढ़ाने के लिए इस प्रकार के प्रस्ताव मांगे गए थे, जिसके तहत यह प्रक्रिया शुरू की गई है।
मेडिकल कॉलेज प्रशासन के अनुसार, यहां प्रतिदिन तीन हजार से अधिक मरीज और उनके परिजन उपचार के लिए आते हैं, जिनकी सुरक्षा भी इन पूर्व सैनिकों के जिम्मे होगी। उप प्रधानाचार्य डॉ. उमेश वर्मा ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार 30 पूर्व सैनिकों की तैनाती का प्रस्ताव भेजा गया है। इसका उद्देश्य कॉलेज परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना और संभावित आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहना है।