अंबेडकरनगर। अयोध्या और विंध्याचल को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-135ए) का निर्माण जल्द शुरू होने जा रहा है। इस परियोजना के लिए पहले चरण में जिले के आठ गांवों के लगभग 1400 किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजे के रूप में इन किसानों को लगभग 62 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाएगी, जिससे भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकेगा।
24 किमी लंबे एनएच-135ए का निर्माण अंबेडकरनगर जिले में होना है, जो जलालपुर और अकबरपुर तहसीलों के 26 गांवों से होकर गुजरेगा। इस परियोजना के तहत लगभग 4750 किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की आधारशिला केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 1 मार्च को रखी थी, जिसमें 1653 करोड़ रुपये की लागत से इसे पूरा करने की योजना है। इस परियोजना को एमकेसी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, गुजरात को सौंपा गया है, जिसने बीते दिनों हाईवे के नक्शे के आधार पर स्थलीय सर्वे कर रिपोर्ट एनएचएआई को सौंप दी है।
पहले चरण में जलालपुर तहसील के ताहापुर और मालीपुर गांवों और अकबरपुर तहसील के मिर्जापुर, कसेरुआ, अरियौना, मिर्जापुर कोडरा, सिझौलिया, और गोविंद गनेशपुर गांवों के किसानों को मुआवजे की राशि प्रदान की जाएगी। कुल मिलाकर इन 1400 किसानों को 62 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, जिसे सीधा उनके बैंक खातों में स्थानांतरित किया जाएगा।
एनएच-135ए के निर्माण में जिन 26 गांवों की भूमि अधिग्रहित की जानी है, उनमें से शेष गांवों के लिए भी मुआवजे की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इस राजमार्ग का निर्माण अयोध्या और विंध्याचल को जोड़ने के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होते ही सड़क निर्माण का कार्य तेजी से शुरू कर दिया जाएगा।
एडीएम डॉ. सदानंद गुप्ता ने बताया कि सभी किसानों को मुआवजे की राशि प्रदान करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जैसे ही सूची पूरी होती है और राशि किसानों के खातों में स्थानांतरित होती है, राजमार्ग निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।