अम्बेडकरनगर। अहिरौली थाना क्षेत्र के समैसा गांव में एक बार फिर दबंगई का मामला सामने आया, जहां खजावां के दबंग लोग अपनी ताकत के बल पर दूसरे की खतौनी की जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। खाता संख्या 426 पर प्रेमनाथ शुक्ला की खतौनी की जमीन पर दबंगों ने गड्ढा खोदकर पिलर डालने का प्रयास किया, जिससे विवाद गहरा गया। इस भूमि को लेकर पहले ही तीन बार राजस्व विभाग द्वारा पैमाइश की जा चुकी है, जिसमें यह पुष्टि की गई थी कि जमीन प्रेमनाथ शुक्ला की है।
जब प्रेमनाथ शुक्ला के परिजनों ने इस अवैध निर्माण को रोकने की कोशिश की, तो दबंगों ने उन पर लाठी-डंडे और फावड़े से हमला कर दिया, जिससे मंजू शुक्ला नामक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। इस हिंसक घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची 112 की पुलिस टीम भी दबंगों के गुस्से का शिकार हुई। आरोपियों ने पुलिस को धक्का देकर वहां से भगा दिया और गाली-गलौज भी की।
प्रेमनाथ शुक्ला द्वारा कई बार पुलिस को शिकायत की जा चुकी थी कि उनकी खतौनी की जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। लेखपाल की रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया था कि जमीन प्रेमनाथ शुक्ला की है, लेकिन बावजूद इसके, पुलिस प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
मामला तब और गंभीर हो गया जब अहिरौली पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन तीसरे आरोपी अंकित को पकड़ने के बाद कुछ ही देर में छोड़ दिया। इसे लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, क्योंकि अंकित खुलेआम बिना किसी डर के अपने घर की तरफ लौटता दिखा। सोशल मीडिया पर इस घटना की खबरें तेजी से वायरल हो रही हैं, और लोग पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं।
अहिरौली थाना अध्यक्ष से इस मामले पर जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, पुलिस द्वारा नरमी बरतने और आरोपियों को जल्दी छोड़ने को लेकर संदेह गहरा रहा है।
इस घटना के बाद समैसा गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर पुलिस ने जल्द ही सख्त कार्रवाई नहीं की, तो हालात और बिगड़ सकते हैं। साथ ही, लोगों का सवाल है कि आखिर किसके दबाव में पुलिस इस मामले में नरमी बरत रही है और दबंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से बच रही है।