कर्मचारियों की लापरवाही से वृद्ध महिला की पेंशन बंद, डीएम की तत्परता से फिर बहाल

कर्मचारियों की लापरवाही से वृद्ध महिला की पेंशन बंद, डीएम की तत्परता से फिर बहाल



अंबेडकरनगर। कलेक्ट्रेट स्थित जनता दर्शन में गुरुवार को एक वृद्ध महिला ने जिला प्रशासन के सामने एक ऐसी समस्या रखी, जिसने कर्मचारियों की घोर लापरवाही को उजागर कर दिया। कटेहरी विकासखंड के पतौना गांव की रहने वाली 80 वर्षीय केवला देवी को सरकारी रिकॉर्ड में मृतक दिखाकर उनकी वृद्धावस्था पेंशन बंद कर दी गई थी। परिजनों के सहारे कलेक्ट्रेट पहुंची बुजुर्ग महिला ने जब डीएम से यह दर्दनाक बात साझा की, तो उन्होंने तुरंत मामले की जांच करवाई और जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की।


जनता दर्शन के दौरान जैसे ही केवला देवी ने डीएम से अपनी व्यथा बताई, डीएम ने उन्हें तुरंत बैठने के लिए कहा और जलपान की व्यवस्था करवाई। इसके बाद उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को मामले की तत्काल जांच के निर्देश दिए। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि सत्यापन के दौरान सरकारी कर्मचारियों ने केवला देवी को मृतक घोषित कर दिया था, जिस कारण उनकी पेंशन रोक दी गई थी। 


डीएम ने इस गंभीर त्रुटि को संज्ञान में लेते हुए तुरंत समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया कि वृद्ध महिला की पेंशन बहाल करने की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाए। इसके साथ ही उन्होंने ग्राम पंचायत अधिकारी और सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण को निलंबित करने का आदेश दिया, जो इस लापरवाही के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार पाए गए।


यह घटना जिले में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की खामियों को दर्शाती है, जहां पात्र लोगों को उनकी पेंशन से वंचित कर दिया जाता है। हालांकि, डीएम की त्वरित कार्यवाही और संवेदनशीलता से यह सुनिश्चित हुआ कि केवला देवी को जल्द ही उनका हक वापस मिलेगा। यह मामला इस बात की भी गवाही देता है कि जनता दर्शन जैसी व्यवस्थाएं उन गरीब और असहाय लोगों के लिए एक आशा की किरण हैं, जिन्हें अन्य माध्यमों से न्याय नहीं मिल पाता।

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