रात में सड़कों पर फालतू दिखना पड़ेगा भारी, पुलिस रखेगी सख्त नजर

रात में सड़कों पर फालतू दिखना पड़ेगा भारी, पुलिस रखेगी सख्त नजर



अंबेडकरनगर। जिले में अब रात के समय अनावश्यक रूप से सड़कों पर घूमना लोगों को भारी पड़ सकता है। अपराध नियंत्रण के उद्देश्य से जनपद पुलिस ने 'रात्रि सुरक्षा प्रहरी योजना' लागू करने का फैसला किया है। यह योजना अगले एक-दो दिनों में प्रभावी रूप से अमल में लाई जाएगी, जिसके तहत रात में सड़कों पर मिलने वाले प्रत्येक व्यक्ति से न केवल बाहर निकलने का कारण पूछा जाएगा, बल्कि उसे वैध कारण प्रमाणित करने के लिए भी बाध्य किया जाएगा। यदि कोई भी मामला संदिग्ध प्रतीत होता है, तो संबंधित व्यक्ति को निकटतम थाने या कोतवाली ले जाकर गहन पूछताछ की जाएगी।


बढ़ते अपराधों से निपटने की तैयारी


आसपास के जनपदों में बढ़ते अपराधों के गंभीर मामलों को ध्यान में रखते हुए जनपद पुलिस ने रात में सक्रियता बढ़ाने का निर्णय लिया है। पुलिस प्रशासन का मानना है कि रात के समय अपराध की संभावनाओं को कम करने के लिए सख्ती जरूरी है। एसपी डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि पुलिस भर्ती परीक्षा समाप्त होने के बाद अब पूरा ध्यान अपराध नियंत्रण पर होगा। 31 अगस्त के बाद, रात 11 बजे से भोर तक सड़कों पर मिलने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाएगी। 


देर रात घर से निकलने का कारण होगा अनिवार्य


एसपी ने कहा कि रात में घर से बाहर निकले व्यक्तियों से उनका वैध कारण पूछा जाएगा और उनकी पहचान भी सत्यापित की जाएगी। यदि किसी मामले में संदिग्धता पाई जाती है, तो संबंधित व्यक्ति को थाने ले जाकर पूछताछ की जाएगी। इसके माध्यम से अपराधियों के द्वारा की जा रही रेकी और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाने का प्रयास किया जाएगा। 


पुलिस की टीमें रहेंगी सक्रिय, एकांत मार्गों पर भी होगी नजर


एसपी ने बताया कि 'रात्रि सुरक्षा प्रहरी योजना' के तहत पुलिस की टीमें जिले के सभी थानों में सक्रिय रहेंगी। योजना का उद्देश्य केवल मुख्य मार्गों पर ही नहीं, बल्कि एकांत और सुनसान रास्तों पर भी सख्त निगरानी रखना है। रात के समय किसी भी असामाजिक गतिविधि को रोकने के लिए यह अभियान सुनिश्चित करेगा कि पुलिस हर कोने-कोने तक पहुंचे और सुरक्षा को सुदृढ़ बनाए।


रात 11 बजे के बाद चाय की दुकानें बंद, असामाजिक तत्वों पर होगी नजर


पुलिस के अनुसार, रात 11 बजे के बाद तक कई चाय की दुकानें खुली रहती हैं, जिन पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होता है। इस समस्या के समाधान के लिए अब बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन को छोड़कर सभी चाय की दुकानें रात 11 बजे के बाद बंद करा दी जाएंगी। अगर किसी ने सुबह पांच बजे से पहले दुकान खोलने की कोशिश की, तो संबंधित व्यक्ति पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 


कानून व्यवस्था में सुधार की पहल


अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस द्वारा उठाए गए इस सख्त कदम का उद्देश्य जिले की कानून व्यवस्था को मजबूत बनाना है। एसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि अगले पखवाड़े में अलग-अलग क्षेत्रों में अधिक सख्ती बरती जाएगी, जिससे जिले में कानून व्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। 'रात्रि सुरक्षा प्रहरी योजना' का उद्देश्य अपराध को शून्य करना और जनता को सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है।


यह अभियान जिले में अपराध की बढ़ती घटनाओं पर लगाम लगाने और रात्रि में असामाजिक तत्वों की गतिविधियों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। जनपद पुलिस द्वारा उठाए गए यह कदम न केवल अपराधियों के लिए बड़ी चुनौती बनेंगे, बल्कि रात के समय में आम जनता के लिए भी सुरक्षा का संदेश देंगे।

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