1726 स्थानों पर सजेगा मां दुर्गा का दरबार, प्रशासन ने दिए सुरक्षा निर्देश

1726 स्थानों पर सजेगा मां दुर्गा का दरबार, प्रशासन ने दिए सुरक्षा निर्देश




अंबेडकरनगर। जिले में 3 अक्तूबर से शुरू होने जा रहे मां दुर्गा की आराधना के महापर्व नवरात्र की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस वर्ष जिले में कुल 1726 स्थानों पर मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी और भव्य पंडाल सजाए जाएंगे। प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार, जिले में सबसे अधिक पूजा पंडाल अकबरपुर सर्किल में लगाए जाएंगे, जबकि दूसरे स्थान पर टांडा और तीसरे पर बसखारी क्षेत्र रहेगा। 


नवरात्र महापर्व को लेकर पुलिस और प्रशासन की ओर से सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। जनपद पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि कहीं कोई नई परंपरा न शुरू हो और पर्व का आयोजन शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में हो। सभी पूजन समितियों से अपील की गई है कि वे अपने पंडालों में सीसीटीवी कैमरे अवश्य लगाएं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके। इसके अतिरिक्त, इस वर्ष पहली बार जिले में मूर्तिकारों की गणना भी कराई गई है। जनपद में 81 मूर्तिकार चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से कुछ अन्य प्रांतों से आए कारीगर हैं, जो कोतवाली क्षेत्र सहित अन्य स्थानों पर देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का निर्माण कर रहे हैं।


पूजा पंडालों की संख्या को लेकर प्रशासन ने जानकारी दी है कि अकबरपुर में 258, टांडा में 124, बसखारी में 115, इब्राहिमपुर में 111, सम्मनपुर में 108, जलालपुर में 93, जैतपुर में 83, कटका में 97, मालीपुर में 80 और राजेसुल्तानपुर में 76 स्थानों पर मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। जिले के अन्य क्षेत्रों जैसे बेवाना, अलीगंज, हंसवर, भीटी, अहिरौली, महरुआ, आलापुर और जहांगीरगंज में भी पूजन पंडाल लगाए जाएंगे।


पुलिस-प्रशासन ने सभी समितियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनमें यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि किसी भी पूजा स्थल पर किसी प्रकार की नई परंपरा न शुरू की जाए। इसके साथ ही, सीसीटीवी कैमरों की निगरानी के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने की अपील की गई है। एएसपी पश्चिमी विशाल पांडेय ने बताया कि प्रशासन नवरात्र के दौरान सभी प्रकार की शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कटिबद्ध है, और प्रत्येक कार्यक्रम की निगरानी सख्ती से की जाएगी।


सुरक्षा और शांति व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने पूजा पंडालों को सूचीबद्ध कर लिया है। अब यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जिले में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो और पर्व को बिना किसी रुकावट के शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जा सके। नवरात्रि के महापर्व में भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए प्रशासन हर तरह की तैयारियों में जुटा हुआ है।

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