अम्बेडकरनगर। भीटी तहसील के अंतर्गत जिला पंचायत निधि से बनने वाली सड़क का निर्माण कार्य भ्रष्टाचार और लापरवाही का शिकार हो गया है। अक्टूबर 2023 में राम बाबा से भीटी संपर्क मार्ग, चंदापुर में ओंकार तिवारी के घर से होते हुए सुरेंद्र मिश्रा के घर तक सड़क पिच कार्य के लिए करीब 18 लाख 50 हजार रुपए का टेंडर जारी किया गया था, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी सड़क निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। ठेकेदार की मनमानी और लापरवाही के कारण स्थानीय जनता में आक्रोश पनप रहा है।
चुनावी वादों का टूटता सपना
विगत लोकसभा चुनाव के दौरान, जब ग्रामीणों ने भाजपा प्रत्याशी रितेश पांडे से इस बारे में शिकायत की थी, तब ठेकेदार ने चुनाव के दबाव में सड़क पर बड़ी-बड़ी गिट्टियां बिछा दी थीं, जिससे लोगों को सड़क निर्माण के पूरे होने की आस जगी थी। लेकिन चुनाव खत्म होते ही ठेकेदार ने काम रोक दिया, और सड़क निर्माण अधूरा रह गया। अब सड़क पर बिखरी इन गिट्टियों से राहगीर लगातार चोटिल हो रहे हैं। आम जनमानस इस बात से बेहद नाराज है कि चुनावी वादों के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
प्रशासन की उदासीनता
यह सवाल उठना लाजमी है कि एक साल से अधिक समय बीतने के बाद भी जिला पंचायत विभाग के अधिकारी मौन क्यों हैं? टेंडर होने के बावजूद सड़क निर्माण अधूरा रहना प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाता है। यह क्षेत्र, जहां सड़क का निर्माण अधूरा पड़ा है, वही क्षेत्र है जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगमन होने जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री के सामने शिकायत दर्ज करने की योजना बनाई है, ताकि इस मामले में सख्त कार्रवाई हो सके।
इस विषय पर जब एडीएम डॉ. सदानंद गुप्ता से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि संबंधित विभाग को निर्देश दिया गया है कि सड़क निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण ढंग से कराया जाए। हालांकि, इस बयान से स्थानीय लोगों की नाराजगी शांत नहीं हो रही है, क्योंकि अब तक सिर्फ आश्वासनों का दौर जारी है और जमीन पर कोई ठोस कार्रवाई नजर नहीं आ रही।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर जल्द ही सड़क का निर्माण नहीं हुआ तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। ऐसे में यह देखना होगा कि प्रशासन और ठेकेदार इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं और किस तरह से जनता की समस्याओं का समाधान करते हैं।