अंबेडकरनगर में सपा की आंतरिक कलह: बगावत के सुर और चेतावनी के बीच बढ़ी चुनौतियां

अंबेडकरनगर में सपा की आंतरिक कलह: बगावत के सुर और चेतावनी के बीच बढ़ी चुनौतियां



अंबेडकरनगर : उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के नजदीक आते ही समाजवादी पार्टी में राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। सपा सांसद लालजी वर्मा के खिलाफ यादव समाज द्वारा मोर्चा खोले जाने की घटनाओं ने सपा की अंदरूनी खींचतान को उजागर किया है। इस संदर्भ में, पार्टी के जिलाध्यक्ष जंग बहादुर यादव ने बगावत के सुर उठाने वाले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी करने की चेतावनी दी है।


बगावत की शुरुआत करने वाले पदाधिकारी आरोप लगा रहे हैं कि पिछले वर्ष के अकबरपुर ब्लाक प्रमुख चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी शारदा राजभर और हाल में संपन्न कटेहरी जिला पंचायत के उपचुनाव में सपा समर्थित प्रत्याशी कांती देवी को हराने में छोटे-बड़े सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया था। हालांकि, इस दौरान जिलाध्यक्ष ने किसी भी पदाधिकारी को नोटिस नहीं दिया था।


इस बीच, जिला सचिव इंद्रजीत यादव, जोन प्रभारी परशुराम यादव, सैनिक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद यादव फौजी, जिला सचिव पवन यादव और राम मूरत यादव जैसे कई पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष से सवाल उठाया है कि पिछले चुनावों में भितरघात करने वालों को नोटिस कब जारी किया जाएगा। 


उनका कहना है कि क्या राष्ट्रीय और प्रांतीय नेतृत्व ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न अनुशासनहीन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने का निर्णय लिया है? यह सभी पदाधिकारी स्पष्ट कर रहे हैं कि वे न तो पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं और न ही अनुशासनहीनता कर रहे हैं। 


इस बगावत की गूंज से सपा की स्थिति और चुनावी रणनीति पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है, जिससे पार्टी के भीतर की असहमति और विभाजन की स्थिति उजागर होती है। 


Post a Comment

और नया पुराने