कटेहरी में अजय सिपाही का राजनीतिक उत्पीड़न: साजिश का आरोप

कटेहरी में अजय सिपाही का राजनीतिक उत्पीड़न: साजिश का आरोप

- सत्यम सिंह(7081932004)






अम्बेडकरनगर। कटेहरी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजय सिंह सिपाही ने अपने ऊपर राजनीतिक साजिश का आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। यह आरोप अजय सिपाही ने सोशल मीडिया के जरिए और लोगों के सामने आकर किया है, जबकि कटेहरी विधानसभा चुनाव में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है। अजय सिपाही, जो बीजेपी के सदस्य हैं, ने कहा कि उनकी पार्टी के अंदर भी उन्हें किनारे लगाने की कोशिशें की जा रही हैं। 


अजय सिपाही ने कटेहरी में राजनीतिक साजिशों की चर्चा करते हुए सवाल उठाया कि जब वे बीजेपी के सदस्य हैं और सत्ता के झंडे के साथ घूम रहे हैं, तो उनके उत्पीड़न के पीछे कौन है। उन्होंने अपने समर्थकों से भी अपील की है कि वे इस मुद्दे को उठाएं और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की साजिशों को उजागर करें।


अजय सिंह सिपाही ने कटेहरी से ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। इसके साथ ही, उन्होंने अपने भाई की पत्नी शालिनी सिंह को जिला पंचायत सदस्य बनवाया। अजय सिपाही ने 2017 में कटेहरी विधानसभा से चुनाव भी लड़ा, जिसमें उन्होंने लगभग 18,000 मत प्राप्त किए। भले ही वे चुनाव हार गए, लेकिन उनकी राजनीतिक पहचान मजबूती से उभरने लगी। 


कटेहरी में युवाओं में अच्छी पकड़ बनाकर अजय सिपाही ने धीरे-धीरे राजनीतिक साख बनाई। 2021 में ब्लॉक प्रमुख चुनाव में, जब सीट आरक्षित हुई, तब उन्होंने अपने चहेते मौसम वर्मा को ब्लॉक प्रमुख बनवाकर अपनी राजनीतिक ताकत का एहसास कराया। साथ ही, अपने खास सहयोगी अमरेंद्र पाल को जिला पंचायत सदस्य बनवाने में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 


हालांकि, अजय सिपाही पर दर्ज दो दर्जन से अधिक मुकदमों ने उनकी राजनीतिक राह में रोड़े अटकाने का काम किया है। उन्होंने इन मामलों को अपनी राजनीतिक साजिश का हिस्सा बताते हुए कहा है कि उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं। 


अजय सिपाही ने हाल ही में अपने बाबा की मृत्यु के बाद के क्रिया कर्म के दौरान भी उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "मेरे घर को राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते सील किया गया है। यह मेरे बाबा और उनके भाइयों द्वारा बनवाया गया घर है।"


अजय सिपाही का यह आरोप कटेहरी की राजनीतिक फिजा में हलचल मचा रहा है। उनका कहना है कि वह इन चुनौतियों का सामना करेंगे और अपने समर्थकों के साथ मिलकर अपने अधिकारों की रक्षा करेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव में अजय सिपाही की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होगी, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इन साजिशों का सामना कैसे करते हैं और क्या वे अपने राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित रखने में सफल होते हैं। 


कटेहरी की राजनीति में इस समय अजय सिपाही की स्थिति और उनके द्वारा उठाए गए आरोप यह दर्शाते हैं कि चुनावी माहौल में किस तरह की चुनौतियाँ सामने आ सकती हैं। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और साजिशों के बीच, अजय सिपाही अपनी पहचान और प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

Post a Comment

और नया पुराने